स्पोर्ट्स डेस्क:टीम इंडिया के दिग्गज ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने अपने रिटायरमेंट में पर पहली बार खुलकर बोला है। आर अश्विन ने बताया है कि वह और खेल सकते थे, लेकिन उन्होंने संन्यास लेने का फैसला किया, क्योंकि वह चाहते थे कि लोग ये ना पूछें कि क्यों रिटायरमेंट नहीं ले लेते। आर अश्विन ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तीसरे टेस्ट मैच के बाद रिटायरमेंट की घोषणा कर दी थी। वे दूसरे टेस्ट मैच में खेले थे और तीसरे मुकाबले से बाहर रहे थे। पहले टेस्ट मैच में भी उनको जगह नहीं मिल पाई थी।
अब रविचंद्रन अश्विन ने अपने ही यूट्यूब चैनल पर रिटायरमेंट को लेकर कहा, “मेरे क्रिकेट में और दम था। मैं और अधिक क्रिकेट खेल सकता था, लेकिन जब लोग आपसे ‘क्यों नहीं’ रिटायरमेंट लेते इसके बजाय ये पूछें कि ‘क्यों’ रिटायरमेंट लिया है। इस तरह खेल खत्म करना हमेशा बेहतर होता है।” अश्विन ने ये भी बताया कि उन्होंने बीजीटी को लेकर ज्यादा बातें इसलिए नहीं कीं, क्योंकि वह खुद कुछ समय पहले तक उस दल का हिस्सा थे। ऐसे में वह अपने टीम के साथियों का मनोबल नहीं गिराना चाहते थे।
आर अश्विन इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान कर चुके हैं, लेकिन अभी भी वे आईपीएल जैसी लीग में खेलते हुए नजर आएंगे। उनको चेन्नई सुपर किंग्स यानी सीएसके ने मोटी रकम में खरीदा है। इसके अलावा वे क्लब क्रिकेट भी खेल सकते हैं। हालांकि, रिटायर्ड प्लेयर्स की लीग में वे तब तक नहीं खेलेंगे, जब तक भारतीय क्रिकेट से रिटायर नहीं हो जाते। ऐसे में समझा जा रहा है कि आईपीएल 2025 के प्रदर्शन के बाद देखा जाएगा कि वे किस स्थिति में हैं। अगर उनकी फॉर्म अच्छी रहती है तो चेन्नई सुपर किंग्स उनको अगले सीजन के लिए भी रिटेन करेगी। अगर अच्छा नहीं खेलते तो हो सकता है कि उनको रिलीज कर दिया जाए।