डेस्क:भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई ) ने कोटक महिंद्रा बैंक पर लगाए गए प्रतिबंध हटा दिए हैं। अप्रैल 2024 में आरबीआई ने बैंकिंग विनियमन अधिनियम, 1949 की धारा 35ए के तहत अपनी शक्तियों का प्रयोग करते हुए कोटक महिंद्रा बैंक लिमिटेड पर कुछ व्यावसायिक प्रतिबंध लगाए थे। बैंक को अपने ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग चैनलों के माध्यम से नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोकने का निर्देश दिया गया था।
अप्रैल 2024 में आरबीआई ने कहा था कि कोटक महिंद्रा बैंक के आईटी रिस्क मैनेजमेंट, सूचना सुरक्षा संचालन में गंभीर कमियां पाए जाने पर ये कार्रवाइयां की गई हैं। वर्ष 2022 और 2023 के लिए बैंक की आईटी जांच से जनरेट चिंताओं और इन चिंताओं से समय पर तथा सही तरीके से निपटने में बैंक के लगातार नाकाम रहने के बाद यह कदम उठाना जरूरी हो गया था। ऐसी स्थिति में बैंक को तत्काल प्रभाव से अपने ऑनलाइन तथा मोबाइल बैंकिंग के जरिए नए ग्राहकों को जोड़ने और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोकने और बंद करने का निर्देश दिया गया था।
आरबीआई ने दिसंबर, 2020 में बार-बार टेक्नोलॉजी संबंधी खराबी सामने आने पर एचडीएफसी बैंक पर भी नए कार्ड जारी करने और नई डिजिटल पहल शुरू करने पर रोक लगा दी थी। हालांकि, मार्च 2022 में यह रोक हटा दी गई थी।
दिसंबर तिमाही में कोटक महिंद्रा बैंक का मुनाफा 10.22 प्रतिशत बढ़कर 4,701 करोड़ रुपये हो गया। बैंक की पूंजी बाजार से जुड़ी इकाइयों के अच्छे प्रदर्शन से उसका मुनाफा बढ़ा है। पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में बैंक का मुनाफा 4,265 करोड़ रुपये रहा था और जुलाई-सितंबर, 2024 तिमाही में 5,044 करोड़ रुपये रहा था।
बैंक की कुल आमदनी समीक्षाधीन तिमाही में बढ़कर 16,050 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 14,096 करोड़ रुपये थी। कंपनी का खर्च दिसंबर तिमाही में 10,869 करोड़ रुपये रहा, जो पिछले वित्त वर्ष की समान तिमाही में 9,530 करोड़ रुपये था।