नई दिल्ली:दिल्ली की मुख्यमंत्री आतिशी सोमवार को अपना नामांकन दाखिल करने वाली थी लेकिन वह ऐसा नहीं कर पाईं। उन्होंने पर्चा दाखिल करने वाले दिन एक रोड शो किया। वह मंदिर और गुरुद्वारा भी मत्था टेकने गईं। इसके बाद वह अरविंद केजरीवाल के साथ वोटर लिस्ट में कथित हेराफेरी की शिकायत उठाने के लिए चुनाव आयोग के कार्यालय भी पहुंची। इसी में वह पर्चा दाखिल करने की दोपहर 3 बजे की समय सीमा से चूक गईं।
बताया जाता है कि अब आतिशी कल पर्चा दाखिल करेंगी। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, आतिशी नामांकन दाखिल करने से पहले आशीर्वाद लेने के लिए कालकाजी में गिरि नगर गुरुद्वारा में मत्था टेका। यही नहीं वह कालकाजी मंदिर भी माता का आशीर्वाद लेने पहुंची। इसके बाद आतिशी ने अपने कालकाजी निर्वाचन क्षेत्र में एक रोड शो का नेतृत्व किया। इस दौरान पार्टी के वरिष्ठ नेता मनीष सिसोदिया उनके साथ थे।
आतिशी को नामांकन पत्र दाखिल करने के लिए दोपहर 3 बजे से पहले जिला मजिस्ट्रेट के कार्यालय पहुंचना था। बता दें कि विधानसभा चुनाव के लिए नामांकन पत्र हर दिन अपराह्न तीन बजे तक ही दाखिल किए जा सकते हैं। लेकिन वह चुनाव आयोग के मुख्यालय चली गईं, जहां आम आदमी पार्टी के कद्दावर नेता मतदाता सूचियों में कथित हेराफेरी समेत कई मुद्दों को उठाने के लिए जमा हुए थे। अरविंद केजरीवाल भी चुनाव आयोग के मुख्यालय पहुंचे थे।
इस बीच कालकाजी से कांग्रेस उम्मीदवार अलका लांबा ने आरोप लगाया कि आतिशी के काफिले की वजह से यात्रा करने वाले लोगों को भारी असुविधा हुई। अलका लांबा ने कहा- आतिशी जब अपना नामांकन दाखिल करने गईं तो मैंने तस्वीरें देखीं कि उनके बहुत बड़े काफिले में लोग भारी ट्रैफिक जाम में फंसे हुए थे। आतिशी के लावलश्कर से आम लोग परेशान हो रहे थे। इसी वजह से मैंने फैसला किया कि मैं अपने वकीलों के साथ अकेले कल नामांकन दाखिल करने जाऊंगी।