नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को डॉ. भीमराव अंबेडकर की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आज देश सामाजिक न्याय के सपनों को साकार करने के लिए जो प्रयास कर रहा है, वह बाबासाहेब की प्रेरणा का ही परिणाम है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (X) पर एक पोस्ट में लिखा,
“भारत रत्न पूज्य बाबासाहेब को उनकी जयंती पर मैं सभी देशवासियों की ओर से कोटि-कोटि नमन करता हूं। सामाजिक न्याय के स्वप्न को साकार करने के लिए आज देश समर्पित भाव से प्रयासरत है, यही बाबासाहेब से मिली प्रेरणा है। उनके सिद्धांत और आदर्श ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘विकसित भारत’ के निर्माण को शक्ति और गति प्रदान करते रहेंगे।”
इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी आज हरियाणा में कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ भी करेंगे। प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के अनुसार, वे आज हिसार पहुंचेंगे, जहां सुबह करीब 10:15 बजे वे हिसार से अयोध्या के लिए वाणिज्यिक उड़ान को हरी झंडी दिखाएंगे और नए टर्मिनल भवन की आधारशिला रखेंगे। इसके बाद वे एक जनसभा को भी संबोधित करेंगे।
दोपहर करीब 12:30 बजे वे यमुनानगर में कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे और वहां भी एक सार्वजनिक सभा को संबोधित करेंगे।
डॉ. अंबेडकर की जयंती पूरे देश में एक सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाई जाती है। इस दिन स्कूल, बैंक और कई सार्वजनिक क्षेत्र के कार्यालय बंद रहते हैं। लोग अंबेडकर जी को पुष्प अर्पित कर, दीप जलाकर और सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से श्रद्धांजलि देते हैं।
बाबासाहेब के नाम से लोकप्रिय डॉ. अंबेडकर भारतीय संविधान के प्रमुख शिल्पकार थे और उन्हें ‘भारतीय संविधान का जनक’ भी कहा जाता है। वे स्वतंत्र भारत के पहले कानून और न्याय मंत्री भी थे।
बाबासाहेब का जन्म मध्य प्रदेश में एक गरीब दलित महार परिवार में हुआ था। उन्होंने समाज के वंचित वर्गों के अधिकारों के लिए जीवनभर संघर्ष किया। 1927 से ही उन्होंने अस्पृश्यता के खिलाफ सक्रिय आंदोलन शुरू किए और बाद में उन्हें दलित अधिकारों के प्रतीक के रूप में पूजा जाने लगा।