मुंबई:फिल्म ‘द कश्मीर फाइल्स’ को लेकर सियासी तनाव जारी है। अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के प्रमुख शरद पवार ने भी फिल्म को लेकर भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि इस तरह की फिल्म को स्क्रीनिंग के लिए पास ही नहीं किया जाना चाहिए। निर्देशक विवेक अग्निहोत्री की फिल्म में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन की कहानी को दिखाया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार एनसीपी की दिल्ली इकाई के अल्पसंख्यक विभाग के एक कार्यक्रम में पवार ने कहा, ‘ऐसी फिल्म को स्क्रीनिंग के लिए मंजूरी मिलनी ही नहीं चाहिए थी। लेकिन इसे टैक्स में छूट दी गई है और जो लोग देश को एकजुट रखने के लिए जिम्मेदार हैं, वे लोगों को फिल्म देखने के लिए प्रोत्साहित कर रहे हैं, जो लोगों के बीच गुस्सा भड़काती है।’
उन्होंने कहा कि कश्मीरी पंडितों को घाटी से भागना पड़ा, लेकिन पवार ने बताया कि मुसलमानों को भी इसी तरह से निशाना बनाया गया था। उन्होंने कहा, ‘पाकिस्तान के आतंकी समूह कश्मीरी पंडितों और मुसलमानों पर हमले के लिए जिम्मेदार थे।’
पवार ने कहा कि अगर नरेंद्र मोदी सरकार वास्तव में कश्मीरी पंडितों की चिंता करती है, तो उन्होंने उनके पुनुरुत्थान के लिए सारी कोशिशे करनी चाहिए अल्पसंख्यकों के बीच गुस्सा नहीं भड़काना चाहिए। पवार ने इस दौरान कश्मीर मुद्दे में जवाहर लाल नेहरू का नाम घसीटने को लेकर भी भाजपा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जब कश्मीरी पंडितों का पलायन शुरू हुआ तब वीपी सिंह प्रधानमंत्री थे।
उन्होंने कहा, ‘वीपी सिंह सरकार को भाजपा का समर्थन हासिल था। मुफ्ती मोहम्मद सईद गृहमंत्री थे और जगमोहन जम्मू और कश्मीर के राज्यपाल थे, बाद में उन्होंने भाजपा उम्मीदवार के रूप में दिल्ली से लोकसभा चुनाव लड़ा।’ राकंपा सुप्रीमो ने कहा कि तत्कालीन मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्लाह ने जगमोहन के साथ मतभेदों के चलते इस्तीफा दे दिया था और राज्यपाल ने घाटी से कश्मीरी पंडितों को जाने में मदद की थी।
इधर, कांग्रेस भी फिल्म को लेकर सरकार को घेर रही है। पार्टी के नेता रणदीप सुरजेवाला ने आरोप लगाए कि सरकार फिल्म के जरिए समाज में नफरत फैलाने की कोशिश कर रही है।