डेस्क:सोने की तस्करी के आरोप में पुलिस गिरफ्त में पहुंची कन्नड फिल्मों की अभिनेत्री और डीजीपी की बेटी रान्या राव को बेंगलुरु की विशेष अदालत ने 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया है। सोमवार को जब उनकी पेशी हुई तो रान्या अदालत में रो पड़ी। रान्या ने कोर्ट को बताया कि राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) के अधिकारी प्रताड़ित कर रहे हैं। हालांकि, उसने कहा कि अधिकारी शारीरिक नहीं बल्कि मौखिक रूप से प्रताड़ित कर रहे हैं। रान्या ने अदालत को बताया कि वह सदमें में है और भावनात्मक रूप से टूट चुकी है।
इंडिया टुडे की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि रान्या ने अदालत में दावा किया कि जब उसने DRI के अधिकारियों के सवालों का जवाब देना बंद कर दिया तो अधिकारियों ने उसे प्रताड़ित करना शुरू कर दिया। डीजीपी रैंक के एक वरिष्ठ IPS अधिकारी की सौतेली बेटी हर्षवर्धिनी रान्या उर्फ रान्या राव को करीब एक सप्ताह पहले दुबई से 14.56 करोड़ रुपये मूल्य के सोने की तस्करी कर भारत लाने के आरोप में बेंगलुरु हवाई अड्डे पर गिरफ्तार कर लिया गया था। अब कोर्ट ने उसे 24 मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
इस बीच, सोना तस्करी के मामले में रान्या का कथित संलिप्तता को लेकर कर्नाटक में राजनीतिक पारा चढ़ गया है, जहां सत्तारूढ़ कांग्रेस और विपक्षी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) एक दूसरे पर पक्षपात और मामले को दबाने का आरोप लगा रही है। भाजपा ने रान्या को बचाने में एक प्रभावशाली मंत्री की संलिप्तता का आरोप लगाया है जबकि कांग्रेस ने पलटवार करते हुए कहा कि राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी ने टीएमटी स्टील बार फैक्टरी स्थापित करने के लिए उन्हें 12 एकड़ जमीन आवंटित की थी।
भाजपा की कर्नाटक इकाई के अध्यक्ष बी.वाई. विजयेंद्र ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर जारी पोस्ट में कहा, “हाल के दिनों में सबसे बड़ी सोने की तस्करी में सिद्धरमैया की सरकार के एक प्रमुख मंत्री की संलिप्तता को लेकर मीडिया में आई खबरों को लेकर आश्चर्य की बात नहीं हैं – खासकर इस सरकार के तेजी से बढ़ते ‘नवीन’ तरीकों से घोटाले करने के ट्रैक रिकॉर्ड को देखते हुए!”
विधायक ने कहा कि सरकारी प्रोटोकॉल का घोर उल्लंघन, जिसके कारण रान्या राव को कथित रूप से 14 करोड़ रुपये से अधिक मूल्य के सोने की तस्करी करने में सफलता मिली, सरकार के भीतर प्रभावशाली व्यक्तियों के प्रत्यक्ष समर्थन के बिना यह संभव नहीं हो सकता। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष ने आगे कहा कि यदि ये खबरें सच हैं, तो इससे कथित साठगांठ का स्तर गंभीर चिंता पैदा करता है।
कांग्रेस नेता और राज्य के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने कहा कि जांच चल रही है और केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) के भी इसमें शामिल होने से सच्चाई सामने आ जाएगी। उन्होंने सोमवार को यहां संवाददाताओं से कहा, “जब तक जांच पूरी नहीं हो जाती, हम कुछ नहीं कह सकते। न तो मैं और न ही सरकार इस तरह की कोई प्रतिक्रिया दे सकती हैं।” मध्यम एवं भारी उद्योग मंत्री एम.बी. पाटिल ने पलटवार करते हुए कहा कि जब भाजपा सत्ता में थी, तो उसने इस्पात संयंत्र स्थापित करने के लिए फरवरी 2023 में रान्या राव की कंपनी को तुमकुरु के सिरा में 12 एकड़ जमीन आवंटित की थी।