कोलकाता:पश्चिम बंगाल के संदेशखाली में पांच जनवरी को हुए हमले के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ED) एक बार फिर से एक्शन में है। कोर्ट से सुरक्षा मिलने के बाद ईडी की एक टीम शुक्रवार को पश्चिम बंगाल के अग्निशमन सेवा मंत्री सुजीत बोस के घर पहुंची। नगर निकायों में भर्ती घोटाले के सिलसिले में कोलकाता और उसके बाहरी इलाकों में कई जगहों पर ईडी की छापेमारी चल रही है।
राज्य के अग्निशमन सेवा मंत्री सुजीत बोस, टीएमसी प्रवक्ता और विधायक तापस रॉय और उत्तरी दम दम नगर पालिका के पूर्व अध्यक्ष सुबोध चक्रवर्ती सहित वरिष्ठ टीएमसी नेताओं के घर की तलाशी ली जा रही है। ईडी भारी सुरक्षा बल के साथ मंत्री के घर पहुंची है।
बता दें कि इससे पहले पांच जनवरी को उत्तर 24 परगना जिले के संदेशखाली में ईडी की टीम पर हुए हमले में उसके तीन अधिकारी घायल हो गए और उनका सामान छीन लिया गया। हमला उस वक्त हुआ जब वे राज्य की राशन वितरण प्रणाली में कथित अनियमितताओं के सिलसिले में छापेमारी के लिए टीएमसी नेता शाहजहां शेख के घर गए थे।
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने संदेशखाली मामले में ईडी अधिकारियों को सुरक्षा प्रदान की
कलकत्ता उच्च न्यायालय ने पांच जनवरी को संदेशखाली में तृणमूल कांग्रेस नेता शाहजहां शेख के घर छापेमारी के लिए गए प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) अधिकारियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी के संबंध में कार्यवाही पर बृहस्पतिवार को अंतरिम रोक लगाने का आदेश दिया। ईडी ने उत्तर 24 परगना जिले के नजात थाने में अपने अधिकारियों के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी को रद्द करने का अनुरोध करते हुए अदालत का रुख किया और दावा किया कि अधिकारियों के खिलाफ झूठे आरोप लगाए गए हैं। प्राथमिकी में दीदार बख्श मोल्ला नामक एक व्यक्ति ने शेख के आवास पर छापेमारी की कार्रवाई के लिए पांच जनवरी को आए ईडी अधिकारियों पर चोरी, लोगों के साथ मारपीट और महिलाओं को अपमानित करने का आरोप लगाया है। न्यायमूर्ति राजशेखर मंथा ने प्राथमिकी के संबंध में कार्यवाही पर 31 मार्च तक अंतरिम रोक लगाने का आदेश दिया।
ईडी प्रमुख ने अधिकारियों के साथ बैठक की
हाल ही में ईडी के प्रमुख राहुल नवीन ने पिछले सप्ताह पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले में छापेमारी के दौरान एजेंसी कार्यालयों पर भीड़ के हमले को लेकर कोलकाता में ईडी के अधिकारियों के साथ बैठक की। ईडी अधिकारियों ने बताया कि बैठक में इस बात पर चर्चा हुई कि फरार तृणमूल कांग्रेस नेता को कैसे गिरफ्तार किया जाए, जिनके संदेशखली आवास के पास अधिकारियों पर हमला किया गया था। यह छापेमारी राशन वितरण ‘घोटाले’ के सिलसिले में की गई थी।
एक सूत्र ने बताया कि ईडी के विशेष निदेशक सुभाष अग्रवाल, घोटाले की जांच कर रहे एजेंसी के अधिकारी, सीआईएसएफ और सीआरपीएफ के अधिकारी और आयकर निदेशक पंकज कुमार बैठक में उपस्थित थे। ईडी टीम के साथ रहे केंद्रीय बलों के कर्मियों पर भी भीड़ ने हमला किया था। हमले के बाद ईडी के तीन अधिकारियों को अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा। बैठक में कोलकाता जोनल कार्यालय के अतिरिक्त निदेशक विनोद शर्मा और सुदेश कुमार भी शामिल हुए।