गुरुग्राम:नूंह और गुरुग्राम में हिंसा के बाद अफवाहों का बाजार गर्म है। सोशल मीडिया पर ऐसी अफवाहें फैलाई जा रही हैं कि हिंसक घटनाओं के मद्देनजर गुरुग्राम के सभी बाजार और दफ्तर बंद हैं। ऑफिसों में वर्क फ्रॉम होम लागू कर दिया गया है। इंटरनेट और रास्ते भी बंद हैं। गुरुग्राम पुलिस ने ऐसी सभी अफवाहों का खंडन किया है।
गुरुग्राम पुलिस ने मंगलवार को ट्वीट कर लोगों से अफवाहें न फैलाने की अपील करते हुए कहा कि शहर में सभी दफ्तर खुले हैं और सुचारू रूप से काम कर रहे हैं।
पोस्ट में लिखा है, “हम अफवाह फैलाने वाली ऐसी सूचनाओं की निंदा करते हैं… सभी ऑफिस खुले हैं और काम कर रहे हैं, गुरुग्राम के भीतर और बाहर कहीं भी आने-जाने पर कोई प्रतिबंध नहीं है। सभी से अपील है… कृपया अफवाहें और गलत सूचना फैलाने से बचें।”
पुलिस की ओर से यह बयान सोशल मीडिया पर कई पोस्ट के बाद आई जिसमें सुझाव दिया गया कि गुरुग्राम में 4 अगस्त तक वर्क फ्रॉम होम लागू कर दिया गया है। कुछ पोस्ट में कहा गया था कि शहर में हिंसक झड़पों के कारण कर्मचारियों को काम पर जल्दी निकलने के लिए कहा गया था।
सोमवार को हुई झड़प के बाद मंगलवार को गुरुग्राम में स्कूल और कॉलेज बंद रहे। हालांकि, कर्मचारियों के लिए वर्क फ्रॉम होम करने की घोषणा नहीं की गई थी। मंगलवार को गुरुग्राम के बादशाहपुर में दुकानों में तोड़फोड़ की गई और एक रेस्टोरेंट में भी आग लगा दी गई। इससे पहले देर रात एक मस्जिद पर भीड़ के हमले में एक इमाम की मौत हो गई।
सोमवार को हरियाणा के नूंह में विश्व हिंदू परिषद के जुलूस पर हुए हमले को लेकर लोगों ने सड़क जाम कर दी और दुकानें बंद कर दीं। झड़पों में अब तक मस्जिद के इमाम समेत पांच लोग मारे जा चुके हैं। भीड़ ने मस्जिद के सामने “जय श्री राम” के नारे लगाए।
झड़पों में मरने वाले अन्य लोगों में नूंह के एक दुकान मालिक 35 वर्षीय शक्ति और विहिप जुलूस में भाग लेने वाले पानीपत निवासी 24 वर्षीय अभिषेक शामिल हैं।