डेस्क:केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पिछले 9 महीनों में सुरक्षाबलों के हाथों मारे गए नक्सलवादियों के आंकड़े जारी किए। अमित शाह ने सोमवार को बताया कि पिछले नौ महीनों में 194 नक्सली मारे गए हैं, जबकि 801 को गिरफ्तार किए गए हैं। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि हमारी कार्रवाई नक्सल को खत्म करने की है। हमारी अपील को मानते हुए 742 नक्सलियों ने हथियार डालकर मुख्यधारा में आना स्वीकार किया है।
दिल्ली में वामपंथी उग्रवाद प्रभावित राज्यों के साथ समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करते हुए मंत्री ने कहा कि हम अभी भी नक्सलियों से अपील करते हैं कि वह हथियारों को छोड़कर मुख्यधारा में आ जाएं। उन्होंने कहा कि पिछले कुछ समय में करीब 13 हजार व्यक्तियों ने पूर्वोत्तर और जम्मू कश्मीर में मुख्यधारा में शामिल हुए हैं। छत्तीशगढ़ में चल रहे नक्सलवादी विरोधी अभियान की तारीफ करते हुए गृहमंत्री ने कहा कि मैं मुख्यमंत्री, गृह मंत्री, डीजीपी और पूरी टीम को बधाई देता हूं। उनके नेतृत्व में नक्सलवाद को जल्दी ही खत्म कर दिया जाएगा। जनवरी से अब तक 194 नक्सली मारे गए हैं, 801 नक्सली गिरफ्तार किए गए हैं और 742 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण कर दिया है।
पिछले 10 साल में तीन गुना बढ़ा सुरक्षा संबंधी व्यय
गृहमंत्री ने पिछले दस साल के सुरक्षा व्यय के आंकड़ों को सार्वजनिक करते हुए कहा कि 2004 से 14 के बीच जितना खर्च हुआ था उससे हमने तीन गुना ज्यादा खर्च किया है। हम नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से विकास कर रहे हैं। इन विकास कार्यों में विशेष केंद्रीय सहायता योजना के तहत,हमने पिछले दस वर्षों में करीब 3590 करोड़ रुपये खर्च किए हैं।
शाह ने कहा कि 2019 तक क्षेत्र में सुरक्षाबलों के लिए केवर 2 हेलीकॉप्टर तैनात किए गए थे, लेकिन आज सैनिकों की मदद क लिए बीएसएफ के छह और एयरफोर्स के छह कुल 12 हेलीकॉप्टर यहां पर तैनात हैं। हम जल्दी ही नक्सलवाद का उन्मूलन करने और उन क्षेत्रों का विकास करने की अपनी योजना को लेकर प्रतिबद्ध हैं।
पिछले 10 सालों में 544 मजबूत पुलिस स्टेशन बनाए गए- शाह
शाह ने कहा कि पिछले 10 वर्षों में 544 मजबूत पुलिस स्टेशन बनाए गए हैं। पहले सड़क नेटवर्क 2900 किमी था, पिछले 10 वर्षों में सड़क नेटवर्क 11,500 किमी तक बढ़ गया है। पिछले 10 वर्षों में 15,300 मोबाइल टावर लगे हैं। इसके अलावा 2014 से पहले, 38 एकलव्य मॉडल स्कूलों को मंजूरी दी गई थी, लेकिन उनमें से कोई भी नहीं बनाया गया था। अब 216 स्कूलों को मंजूरी दी गई थी, जिनमें से 165 का निर्माण किया गया है।