डेस्क:मौसमी चटर्जी अमिताभ बच्चन के साथ कई फिल्मों में काम कर चुकी हैं। उन्हें लगता है कि वह हमेशा पॉलिटकली करेक्ट रहते हैं। अपनी बड़ी इमेज के चक्कर में कुछ बेलते नहीं बल्कि एक्टिंग मोड में ही रहते हैं। उन्होंने राजेश खन्ना और अमिताभ बच्चन की तुलना में बिना पढ़े-लिखे गुंडे और पढ़े-लिखे गुंडे का उदाहरण दिया। उन्होंने राजेश खन्ना को चापलूसी पसंद थी।
अमिताभ पर हावी है इमेज
मौसमी चटर्जी फिल्मफेयर से बातचीत कर रही थीं। उन्होंने कहा, ‘अमिताभ बच्चन बहुत होशियार आदमी हैं। वह हमेशा पॉलिटकली करेक्ट शब्दों का इस्तेमाल करते हैं। मुझे कभी-कभी उन पर दया आती है क्योंकि मझे लगता है कि ज्यादातर समय वह परफॉर्म ही कर रहे होते हैं क्योंकि उनको वही आता है। मैं गलत भी हो सकती हूं लेकिन मुझे उनके बारे में ऐसा ही फील होता है। यह सब उनकी इमेज की वजह से है। उनकी इमेज बहुत बड़ी है, जो कि और कोई नहीं अचीव कर पाया।’
राजेश खन्ना थे चापलूसी पसंद
मौसमी ने अमिताभ बच्चन की तुलना राजेश खन्ना से की। बताया कि दोनों ने अपने स्टारडम को अलग-अलग तरह से कैसे मैनेज किया। मौसमी बोलीं, ‘अमिताभ को बहुत सफलता मिली फिर भी जमीन से जुड़े रहे, इसमें राजेश खन्ना असफल हो गए। वह अपनी सक्सेस में खो गए। जैसे एक अनपढ़ गुंडे और एक पढ़े-लिखे गुंडे में बहुत फर्क होता है। मैंने अमिताभ बच्चन को चापलूसों के साथ कभी नहीं देखा। हालांकि राजेश खन्ना हमेशा ऐसे लोगों से घिरे रहते थे। उन्हें वो अटेंशन और पैम्परिंग चाहिए था।’