हर माह में दो बार एकादशी तिथि पड़ती है। एकादशी तिथि भगवान विष्णु को अतिप्रिय होती है। साल में कुल 24 एकादशी पड़ती हैं। ज्येष्ठ माह के कृष्ण पक्ष में पड़ने वाली एकादशी को अपरा एकादशी के नाम से जाना जाता है। 26 मई को अपरा एकादशी है। एकादशी के पावन दिन विधि- विधान से भगवान विष्णु की पूजा- अर्चना करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
आइए जानते हैं भगवान विष्णु को प्रसन्न करने के लिए इस दिन क्या करना चाहिए-
व्रत करें
- एकादशी तिथि भगवान विष्णु को प्रिय होती है। अगर संभव हो तो इस पावन दिन व्रत रखें। इस दिन व्रत रखने से भगवान विष्णु का आर्शीवाद प्राप्त होता है।
माता लक्ष्मी की पूजा करें
- इस पावन दिन भगवान विष्णु के साथ माता लक्ष्मी की पूजा- अर्चना भी करनी चाहिए। माता लक्ष्मी की पूजा करने से जीवन में सभी तरह के सुखों की प्राप्ति होती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा करने से सभी मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं।
सात्विक भोजन करें
- इस पावन दिन सात्विक भोजन करना चाहिए। एकादशी के दिन मांस- मदिरा का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन पहले भगवान को भोग लगाएं, उसके बाद ही भोजन ग्रहण करें।
चावल का सेवन न करें
- एकादशी के दिन चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। इस दिन चावल का सेवन करना अशुभ माना जाता है।
ब्रह्मचर्य का पालन करें
- एकादशी के दिन ब्रह्मचर्य का पालन करना चाहिए और किसी के प्रति अपशब्दों का प्रयोग नहीं करना चाहिए।
दान- पुण्य करें
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार दान करने से कई गुना फल की प्राप्ति होती है। इस पावन दिन अपनी क्षमता के अनुसार दान जरूर करें।
भगवान विष्णु को तुलसी अर्पित करें
- धार्मिक मान्यताओं के अनुसार भगवान विष्णु को तुलसी अतिप्रिय होती है। इस पावन दिन भगवान विष्णु को तुलसी जरूर अर्पित करें।