ज्योतिषशास्त्र में शनिदेव को विशेष स्थान प्राप्त है। शनिदेव को पापी और क्रूर ग्रह कहा जाता है। शनि के अशुभ होने पर व्यक्ति को कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इस समय शनि अस्त हैं। शनि के अस्त होने पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या वालों को विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है। शनिदेव 5 मार्च तक अस्त रहेंगे।
आइए जानते हैं 5 मार्च तक किन राशि वालों को सावधान रहने की आवश्यकता है-
कर्क राशि-
- मन अशांत रहेगा।
- आत्मसंयत रहें।
- व्यर्थ के क्रोध व वाद-विवाद से बचें।
- बातचीत में संयत रहें।
- माता के स्वास्थ्य में सुधार होगा, परंतु कारोबार में सचेत रहें।
- कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है।
- नौकरी में कोई अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल सकती है।
- परिश्रम अधिक रहेगा।
वृश्चिक राशि-
- मन परेशान रहेगा।
- धैर्यशीलता में कमी रहेगी।
- नौकरी में कठिनाइयां आ सकती हैं।
- कार्यक्षेत्र में परिश्रम तो अधिक रहेगा, परंतु यथानुसार फल की प्राप्ति नहीं होगी।
- स्वास्थ्य में सुधार तो होगा, परंतु नौकरी में अफसरों से व्यर्थ के वाद विवाद से बचें। बातचीत में संतुलन बनाए रखें।
- रहन-सहन अव्यवस्थित हो सकता है।
मकर राशि-
- मन अशांत रहेगा। आत्मसंयत रहें।
- व्यर्थ के क्रोध से बचें।
- क्रोध में वृद्धि हो सकती है।
- मीठे खानपान में रुचि बढ़ सकती है।
- नौकरी में कठिनाइयां आ सकती हैं।
- शैक्षिक कार्यों पर ध्यान दें।
- व्यवधान आ सकते हैं।
- पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
कुंभ राशि-
- मन परेशान रहेगा। मन में नकारात्मकता का प्रवाह हो सकता है।
- रहन-सहन कष्टमय हो सकता है।
- नौकरी में अफसरों से व्यर्थ के वाद विवाद से बचें।
- पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
- कारोबार में परिश्रम अधिक रहेगा।
- किसी मित्र से वाद विवाद की स्थिति से बचें।
- नौकरी में कोई अतिरिक्त जिम्मेदारी मिल सकती है।
मीन राशि-
- मन परेशान रहेगा। आत्मसंयत रहें।
- मानसिक शांति के लिए प्रयास करें।
- वाणी में कठोरता का प्रभाव बढ़ सकता है। बातचीत में संतुलन बनाए रखें।
- संतान के स्वास्थ्य में सुधार होगा।
- शैक्षिक कार्यों में सफलता मिलेगी परंतु परिवार में व्यर्थ के वाद-विवाद से बचें।
- माता के स्वास्थ्य का ध्यान रखें।
(इस आलेख में दी गई जानकारियों पर हम यह दावा नहीं करते कि ये पूर्णतया सत्य एवं सटीक हैं। विस्तृत और अधिक जानकारी के लिए संबंधित क्षेत्र के विशेषज्ञ की सलाह जरूर लें।)