रेवाड़ी: पिता की हवस का शिकार बनी नाबालिग ने अपने ही रिश्तेदारों पर फैसले के लिए दबाव बनाने का आरोप लगाते हुए पुलिस को शिकायत दी है। रिश्तेदारों व अन्य लोगों ने दुष्कर्म पीड़िता को गांव में हुई पंचायत में बुलाने का भी प्रयास किया।
नाबालिग ने अपने पिता पर तीन साल से दुष्कर्म करने का आरोप लगाते हुए महिला थाना में प्राथमिकी दर्ज कराई थी। मां पर भी पिता का सहयोग करने का आरोप लगाया था। सदर थाना पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पीड़िता को पंचायत में बुलाने का प्रयास
शिकायत में पीड़िता ने कहा है कि उसका ताऊ, चाचा, बुआ, फूफा व अन्य लोग अदालत में अपने बयान बदलने व फैसला करने के लिए दबाव बना रहे है। उसके ताऊ ने शनिवार को गांव में इसी मामले को लेकर पंचायत भी बुलाई।
कुछ लोगों ने उनके घर आकर पंचायत में ले जाने व फैसला करने के लिए दबाव बनाने का भी प्रयास किया। नाबालिग ने मामले की सूचना पुलिस को दी। सूचना के बाद पुलिस गांव में पहुंची। सदर थाना पुलिस ने सात लोगों पर पीड़िता को धमकाने का मामला दर्ज कर जांच शुरू की है।
जेल में है माता-पिता
नाबालिग ने 27 फरवरी को अपने पिता व मां के विरुद्ध महिला थाना में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायत में नाबालिग ने कहा था कि तीन साल पहले वह नौंवी कक्षा में पढ़ती थी। उस समय पिता ने डरा-धमका कर उसके साथ दुष्कर्म किया।
छात्रा ने अपनी मां को पिता की हरकतों की जानकारी दी, लेकिन आरोपित के विरुद्ध कार्रवाई की बजाय मां ने डरा-धमका कर चुप कर दिया था। उसके बाद मां जबरदस्ती नाबालिग को पिता के पास भेजने लगी। विरोध करने पर उसके साथ मारपीट की जाती। महिला थाना पुलिस ने दोनों के विरुद्ध मामला दर्ज कर गिरफ्तार कर लिया था। नाबालिग के माता-पिता दोनों जेल में है।