डेस्क:बेंगलुरु पुलिस कमिश्नर बी. दयानंद ने कहा कि टेक्नीशियन की आत्महत्या के मामले में जांच तेजी से चल रही है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इस मामले में न्याय सुनिश्चित किया जाएगा। मीडिया से बातचीत के दौरान बी. दयानंद ने बताया, “हमने इस मामले की जांच के लिए दो टीमें बनाई हैं। एक टीम उत्तर प्रदेश में है और जांच प्रक्रिया के तहत कार्य कर रही है। हम सबूत एकत्र कर रहे हैं और जल्द ही न्याय दिलाने के लिए कदम उठाए जाएंगे।”
शुक्रवार को बेंगलुरु पुलिस की एक टीम आरोपी पत्नी के घर पहुंची, जो कथित रूप से टेक्नीशियन को मानसिक रूप से प्रताड़ित करने के आरोप में नामजद हैं। हालांकि, उनका घर बंद मिला। पुलिस ने घर के बाहर नोटिस चिपकाया, जिसमें आरोपी को तीन दिनों के भीतर जांच अधिकारी के समक्ष पेश होने का निर्देश दिया गया है।
वायरल वीडियो से बढ़ा मामला
रिपोर्ट्स और एक वायरल वीडियो के अनुसार, टेक्नीशियन अतुल सुभाष की पत्नी और उनके भाई पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप है। वे सभी गुरुवार की आधी रात को उत्तर प्रदेश के जौनपुर स्थित अपने घर से बाइक पर फरार हो गए। उनके घर छोड़ने के दृश्य सोशल मीडिया पर वायरल हो गए हैं, जिससे यह मामला राष्ट्रीय स्तर पर सुर्खियां बटोर रहा है।
घर के बाहर लगे नोटिस में लिखा गया, “तथ्यों और परिस्थितियों को स्पष्ट करने के लिए आपसे पूछताछ करना आवश्यक है। आपको निर्देश दिया जाता है कि तीन दिनों के भीतर बेंगलुरु में जांच अधिकारी के समक्ष उपस्थित हों।”
आत्महत्या के पीछे का कारण
सोमवार को अतुल सुभाष अपने अपार्टमेंट में फांसी पर लटके पाए गए। उन्होंने एक सुसाइड नोट और वीडियो में अपनी पत्नी पर लगातार प्रताड़ना और भारी रकम की मांग का आरोप लगाया। उन्होंने अपनी मौत का नोट कई व्यक्तियों को ईमेल किया और एक एनजीओ के व्हाट्सएप ग्रुप में भी साझा किया, जिससे वह जुड़े हुए थे। अपने घर में उन्होंने एक प्लेकार्ड भी लगाया, जिसमें लिखा था, “न्याय बाकी है।” इस मामले ने पूरे देश में चर्चा को जन्म दिया है, और पुलिस मामले की तह तक पहुंचने के लिए प्रयासरत है।