बॉलीवुड एक्ट्रेस और लोकसभा सांसद कंगना रनौत अपनी बेबाक बयानबाजी के लिए जानी जाती हैं। कंगना रनौत अवॉर्ड शोज में नहीं जाती हैं और उन्होंने एक बार कहा था कि भारत में अगर ऑस्कर भी हुआ तो भी वह नहीं जाएंगी। एक ताजा इंटरव्यू में इस बारे में सवाल किए जाने पर कंगना रनौत ने कहा, “मैं फर्जी और अपमानजनक चीजों को बिलकुल बर्दाश्त नहीं कर पाती हूं।” एक्ट्रेस से जब पूछा गया कि तो क्या सारे अवॉर्ड फंक्शन फेक होते हैं हमारे यहां? तो उन्होंने बिना एक सेकेंड का भी वक्त लिए कहा- बिलकुल होते हैं। मैंने तो बहुत पहले ही उन्हें रिजेक्ट कर दिया था।
अवॉर्ड शोज पर क्या बोलीं कंगना?
राज शमानी ने अपने पॉडकास्ट में जब कंगना रनौत से जब पूछा कि फेक का मतलब क्या है? क्या वो पेड होते हैं या फिर स्पॉन्सर्ड होते हैं? क्या मतलब है इसका? सवाल के जवाब में कंगना रनौत ने कहा, “वो एडिटर्स वगैरह के साथ दोस्ती कर लेते हैं। फिर कोई बेस्ट सीन अवॉर्ड, बेस्ट दुपट्टा अवॉर्ड, बेस्ट हेयर अवॉर्ड… उनको खुश करने के लिए पॉपुलर एक्टर्स अवॉर्ड, क्रिटिक्स अवॉर्ड.. फिर इस तरह से पांच-छः और इस टाइप के बना देते हैं।”
कंगना ने कहा- बड़े नादान हो यार
कंगना रनौत ने अवॉर्ड शोज के बारे में कहा कि वो मेरे हिसाब से जोक ही है एक, तो उसे उसी तरह लिया जाना चाहिए, मुझे नहीं लगता है कि अवॉर्ड शोज को सीरियलसी लेना चाहिए। जब कंगना रनौत से पूछा गया कि आम लोग तो बहुत महत्व देते हैं अवॉर्ड शोज को कि इस एक्टर या एक्ट्रेस ने यह अवॉर्ड जीता। नए साल पर पूरा परिवार साथ बैठकर वो अवॉर्ड शोज देखता है और महीने भर तक उसके बारे में बातें चलती हैं। इस पर कंगना रनौत ने कहा- ओहो, कितने मासूम हो यार तुम। बड़े नादान हो यार।
‘मासूमियत के दिन गए वो अब’
कंगना रनौत से जब कहा गया कि बचपन में तो सभी यह करते हैं, तो उन्होंने कहा- मासूमियत के दिन गए वो अब। कंगना रनौत ने कहा कि इन चीजों पर यकीन करने की बजाए सिर्फ इतना करना चाहिए कि अगर आपको अच्छा लगता है तो आप देखिए अपना मनोरंजन कीजिए और आपका मनोरंजन हुआ तो बस उससे आगे बढ़ जाइए। बता दें कि कंगना रनौत इन दिनों अपनी अपकमिंग फिल्म इमरजेंसी को लेकर सुर्खियों में बनी हुई हैं। इस फिल्म में उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी का किरदार निभाया है।