डेस्क:सार्वजनिक क्षेत्र के केनरा बैंक की अगुवाई वाले लेंडर्स का एक यूनियन मुंबई मेट्रो वन प्राइवेट लिमिटेड (MMOPL) में 1226.13 करोड़ रुपये के लोन को बेचने के लिए बाध्यकारी बोलियां मांग रहा है। इस लोन की बिक्री 28 नवंबर को स्विस चुनौती नीलामी के माध्यम से होगी। लेंडर्स ने लोन बिक्री के लिए 1,063 करोड़ रुपये का रिजर्व प्राइस निर्धारित किया है। लोन प्राप्त करने में रुचि रखने वाली संस्थाओं को रिजर्व प्राइस से 5 प्रतिशत अधिक और पूर्ण कैश बेस पर प्रतिबोलियां प्रस्तुत करनी होंगी।
बता दें कि MMOPL के अन्य लेंडर्स में भारतीय स्टेट बैंक, इंडियन बैंक, बैंक ऑफ महाराष्ट्र और आईडीबीआई बैंक शामिल हैं। आईडीबीआई कैपिटल मार्केट्स एंड सिक्योरिटीज को लोन बिक्री के लिए प्रक्रिया सलाहकार के रूप में नियुक्त किया गया है।
MMOPL के बारे में
बता दें कि MMOPL रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और मुंबई मेट्रोपॉलिटन रीजन डेवलपमेंट अथॉरिटी (MMRDA) के संयुक्त स्वामित्व वाला है। अनिल अंबानी की रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर, MMOPL में 74 प्रतिशत इक्विटी हिस्सेदारी रखती है जबकि शेष 26 प्रतिशत हिस्सेदारी MMRDA के पास है, जो महाराष्ट्र सरकार के तहत एक निकाय है।
MMOPL वर्सोवा-अंधेरी-घाटकोपर मेट्रो कॉरिडोर का संचालन करती है, जो सार्वजनिक-निजी भागीदारी के आधार पर प्रदान की गई भारत की पहली मेट्रो परियोजना है। इस परियोजना के मार्ग में 12 स्टेशनों के साथ लगभग 12 किमी की दूरी है।
रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का निवेश
हाल ही में रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर ने महाराष्ट्र के रत्नागिरी में विस्फोटक, गोला-बारूद और छोटे हथियार बनाने के लिए परियोजना स्थापित करने की घोषणा की है। कंपनी ने कहा कि वह अगले 10 साल में इस परियोजना में 10,000 करोड़ रुपये से अधिक का निवेश करेगी।
रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर ने अपनी सब्सिडयरी कंपनियों के माध्यम से पिछले कुछ समय में 1,000 करोड़ रुपये से अधिक के रक्षा उपकरणों का निर्यात किया है। कंपनी को धीरूभाई अंबानी डिफेंस सिटी (डीएडीसी) विकसित करने के लिए महाराष्ट्र के रत्नागिरी के वाटाड औद्योगिक क्षेत्र में 1,000 एकड़ जमीन आवंटित की गई है। डीएडीसी देश में किसी भी निजी क्षेत्र की कंपनी की रक्षा क्षेत्र में सबसे बड़ी नई परियोजना होगी।