डेस्क:पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले में शनिवार रात बेलडांगा शहर और आसपास के इलाकों में सांप्रदायिक हिंसा भड़क उठी। दो समुदायों के बीच हुई झड़पों में कई लोग घायल हो गए। हालांकि पुलिस की तरफ से घायलों का कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया गया लेकिन स्थानीय निवासियों ने दावा किया है कि इस पूरी घटना में दोनों पक्षों के करीब 50 लोग घायल हुए हैं। जिले में सांप्रदायिक तनाव को देखते हुए प्रशासन ने पूरे जिले में इंटरनेट सेवा बंद कर दी है।
स्थानीय निवासियों ने घटना को लेकर दावा किया कि इसमें दोनों समुदायों के कम से कम 50 से 60 लोग घायल हुए हैं, इसके अलावा 30 से अधिक घरों में तोड़फोड़ करके आग लगा दी गई। इस पूरी घटना में बेलडांगा शहर का वार्ड 10 सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ। क्षेत्र के कई इलाकों में शनिवार पूरी रात घटनाएं हुई।
पुलिस के अनुसार, दोनों समुदायों में झड़प बेलडांगा में सामुदायिक क्लबों द्वारा आयोजित कार्तिक पूजा के उत्सव के दौरान शुरू हुईं। समुदाय के लोगों का आरोप है कि पूजा के दौरान जलाए जाने वाले डिस्प्ले बोर्ड पर अपमानजनक टिप्पणी लिखी गई थी, जिसके कारण आसपास के इलाके में तनाव फैल गया। इसके बाद लोगों के बीच में गहमागहमी शुरू हो गई और देखते ही देखते हाथापाई शुरू हो गई। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इन घटनाओं में घायल एक महिला सहित बेलडांगा के चार निवासियों को बरहामपुर मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में भर्ती कराया गया। बार-बार होती झड़पों को रोकने की कोशिश में एक रैपिड एक्शन फोर्स का एक जवान भी घायल हो गया।
भाजपा प्रदेशाध्यक्ष दिलीप घोष ने जब बेलडांगा के प्रभावित इलाके में जाने की कोशिश की तो प्रशासन ने उन्हें अनुमति देने से इनकार कर दिया। हालांकि प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार के कर्फ्यू का ऐलान नहीं किया गया है। अस्पताल में घायलों का जायजा लेने पहुंच अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि प्रशासन ने सही कदम उठाया है। हम सरकार के साथ सहयोग कर रहे हैं। मैं सभी से सौहार्द बनाए रखने की अपील करता हूं। यहां सभी समुदाय सदियों से शांति से रहते आए हैं। शनिवार रात को हुई घटना को देखते हुए घटनास्थल पर पुलिस बलों की संख्या बढ़ा दी गई है। रविवार दोपहर तक किसी ताजा झड़प की सूचना नहीं मिली है।