बच्चे जैसे-जैसे बड़े होने लगते हैं, वो अपने पैरेंट्स की बातों को इग्नोर करते हैं। ऐसे में पैरेंट्स को काफी सतर्क और समझदारी के साथ पैरेंटिंग करने की जरूरत होती है। अगर आपका बेटा भी टीन एज ग्रुप में कदम रख रहा है। 11-12 साल के करीब होने लगा है। तो उसे समय रहते कुछ बातों के बारे में जरूर बता दें। जिससे कि वो लाइफ में गलत रास्ते पर ना जाए।
अट्रैक्टिव कैसे दिखें
बच्चे जैसे-जैसे बड़े होते हैं उनमे फिजिकल बदलाव होते हैं और वो इसे ही सबसे जरूर मानते हैं। इसलिए सबसे पहले बच्चे को ये समझा दें कि केवल फिजिकल अट्रैक्शन थोड़े दिन में चली जाती है। मेंटली अट्रैक्टिव यानी पढ़ा लिखा और अच्छी सोच वाले इंसान सबको अपनी तरफ अट्रैक्ट कर लेते हैं।
अकेले खुश रहना सीखो
टीनएज में कदम रख रहे बेटे को ये जरूर बता दें कि अकेले खुश रहने का अभ्यास करो। हमेशा किसी के जरिए खुश होना जरूरी नहीं है।
ना कहना सीखो
बेटे को ना कहना सिखाएं। जरूरी नहीं कि हर बात पर दूसरों को एक्सप्लेन किया जाए।
फन का मतलब ये नहीं
बच्चा बड़ा हो रहा तो उसे पहले ही बता दें कि फन का मतलब ड्रिंक करना, पार्टी करना या सोशल होना नही है। बल्कि फन किसी भी चीज में हो सकता है फिर वो चाहे किताब पढ़ना हो, अकेले रहना हो या वॉक करनी हो, म्यूजिक सुनना और अपना काम करना भी हो सकता है।
केवल प्यार काफी नहीं
लाइफ में केवल प्यार काफी नहीं होता शादी करने के लिए और भी प्रैक्टिकल लाइफ की चीजें डिस्कस करना जरूरी होता है।
14-32 साल का समय गोल्डन पीरियड होता है
बेटे को जरूर बताएं कि 14 साल से लेकर 32 साल की उम्र गोल्डन पीरियड होती है। इस समय नई चीजों को सीखने, समझने से लेकर अपना करियर बना सकते हैं। साथ ही अपनी गलतियों से सबक भी ले सकते हैं। इस उम्र को फालतू के कामों में बर्बाद ना करें।