दिसंबर का महीने घूमने के लिए परफेक्ट होता है। इस महीने में लोग बर्फबारी का आनंद उठाने के लिए पहाड़ी इलाकों में जाते हैं। हालांकि, लोग बच्चों के साथ ट्रैवलिंग करने से हिचकिचाते हैं। इस बारे में उनका कहना होता है कि सफर में बच्चों को संभालना मुश्किल होता है। बच्चे अपनी शरारत से सबको परेशान कर देते हैं। इसमें कोई दो राय नहीं है कि बच्चे हमेशा सीखना चाहते हैं। कई पेरेंट्स उन्हें सिखाते हैं, तो कुछ बच्चों की बातों को इग्नोर करते हैं। इससे उनका मानसिक विकास सही से नहीं हो पाता है। अगर आप भी दिसंबर के महीने में घूमने की प्लानिंग कर रहे हैं, तो बच्चों के साथ सफर करते समय इन बातों का जरूर ध्यान रखें। आइए जानते हैं-
सेफ्टी है फर्स्ट:-अगर आप अपनी कार से लॉन्ग ड्राइव पर जा रहे हैं। आसान शब्दों में कहें तो अपनी गाड़ी से वेकेशन पर जा रहे हैं, तो बच्चों को कार में बिठाने के पहले सीट बेल्ट सही से लगाएं। सीट बेल्ट लगाने में लापरवाही बिल्कुल न बरतें। आप चाहे तो सीट बेल्ट लगाने के बाद क्रॉस चेक कर सकते हैं। इसके बाद बच्चे से भी एक बार जरूर पूछ लें कि उन्हें कोई दिक्कत तो नहीं हो रही है। ऐसा हो सकता है कि बच्चे की गर्दन या शरीर के अन्य हिस्सों पर दबाव पड़े। जब बच्चा सहज महसूस करें, तो फिर आप उन्हें हैप्पी जर्नी का ग्रीट कर सकते हैं।
पसंद के गाने बजाएं:-अक्सर लोग सफर के दौरान बच्चों की पसंद को अनदेखा कर देते हैं। ऐसा बिल्कुल न करें। बच्चों की पसंद के गाने भी कार में प्ले करें। इससे बच्चे सफर को सही से एन्जॉय कर पाएंगे। साथ ही बच्चे आपको कंपनी भी देंगे। हालांकि, आवाज लाउड न रखें। इससे ड्राइविंग में परेशानी हो सकती है।
घर जैसा माहौल रखें:-सफर के दौरान बच्चों के साथ फ्रेंडली बर्ताव करें। उन्हें घर जैसा माहौल देने की कोशिश करें। उनसे बात करें। नए जगहों के बारे में बताएं। इसके लिए आप इंटरनेट का सहारा ले सकते हैं। इससे बच्चों में जानने की उत्सुकता बढ़ेगी। साथ ही ज्ञान में भी वृद्धि होगी।
टी टाइम गपशप:-अक्सर लोग सफर के दौरान टी टाइम गपशप को तवज्जो नहीं देते हैं। अगर आप बिना ब्रेक के लगातार सफर करते हैं, तो बच्चे बोर हो जाते हैं। इसके लिए ट्रेवलिंग के दौरान ब्रेक जरूर लें। इससे आपको भी आराम मिलेगा। साथ ही बच्चे भी बॉडी को स्ट्रेच कर लेंगे।