बदायूं। शर्मनाक…! सात वर्षीय बालिका से ऐसी हैवानियत हुई कि देखने ही नहीं, सुनने वाले भी सिहर जाएं। दरिंदा उसे खंडहर में उठा ले गया, फिर दुष्कर्म कर हत्या कर दी।
मासूम का नीला चेहरा और सिर पर जख्म बयां कर रहे थे कि विरोध पर उसे जमीन से पटका। इसके बाद ईंट या किसी भारी वस्तु से चेहरा-सिर कुचला, फिर गला काट दिया गया। शुक्रवार रात को उसका लहूलुहान शव मिलने पर आक्रोशित ग्रामीण सड़क पर उतरे आए। उन्होंने हत्यारे, दरिंदे की तलाश कर सख्त सजा की मांग शुरू कर दी।
घर से दो सौ मीटर दूर खंडहर में मिला शव
देहात क्षेत्र के एक पूर्व सभासद की पौत्री शुक्रवार दोपहर तीन बजे दुकान से कुछ सामान ले गई मगर, वापस नहीं लौटी। परिजनों के अनुसार, इंतजार के बाद शाम पांच बजे उसकी तलाश शुरू की। कई रिश्तेदारों पर परिचितों के यहां गए मगर, बालिका नहीं मिली।
रात नौ बजे घर से दो सौ मीटर दूर एक स्कूल के पीछे खंडहर भी देखा। वहां पड़ी चादर हटाई तो उसमें बालिका का शव लिपटा मिला। उसके गले पर गहरा जख्म था।
इस आधार पर आशंका जताई गई कि किसी धारदार वस्तु से गला काटा गया है। चेहरे का आधा हिस्सा व एक आंख नीली हो गई थी। उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे। शरीर में कई जगह से खून बह रहा था।
कमर से नीचे के वस्त्र खंडहर में नहीं मिले
घटनास्थल देखकर आशंका जताई जा रही कि बालिका ने दुष्कर्मी का विरोध किया तो वह हमलावर हो गया। बाल पकड़कर उसका चेहरा जमीन पर पटका, जिससे आंख व गाल पर गहरी चोट आई। इसके बाद, ईंट से सिर व चेहरे पर प्रहार किए गए। उसकी कमर से नीचे के वस्त्र उस खंडहर में नहीं मिले।
एसएसपी डॉ. बृजेश सिंह ने बताया कि घटना किसने की, इस बारे में सुराग लगाए जा रहे हैं। क्षेत्र में पुलिस की कई टीमें लगी हैं। शनिवार को पोस्टमार्टम के बाद स्पष्ट होगा कि बालिका की मृत्यु कैसे हुई। प्रथम दृष्टया हत्या हुई है।
एसओजी समेत चार टीम लगाई
एसएसपी डॉ. बृजेश कुमार सिंह ने एसओजी प्रभारी नीजर मलिक, बिल्सी इंस्पेक्टर राजेंद्र पुंडीर, एसओ उघैती और बिसौली इंस्पेक्टर बृजेश सिंह की चार टीमें राजफाश को लगाई हैं। फाेरेंसिक व एसओजी टीम ने मौके से साक्ष्य एकत्र किए है।
सर्विलांस टीम की की भी मदद ली जा रही हैं। अब तक कई सीसीटीवी फुटेज देख लिए गए हैं। पुलिस टीमें घर निकलने के समय से लेकर सीसीटीवी बच्ची के जाने तक का पीछा कर रही है।
शव छिपाने के लिए खंडहर में लाई गई बच्ची
प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पुलिस जब पहुंची तब बच्ची का शव स्कूल के पीछे खंडहरनुमा भवन में एक अलमारी जैसी दीवार में चादर लिपटा हुआ रखा गया था। बताया कि शव को इस तरह से रखा गया था कि कोई उसकी तलाश न कर सके, लेकिन किसी तरह जानकारी पाकर लोग वहां पहुंच गए और शव को बरामद कर लिया। जबकि इससे पहले परिजन यहां देख गए थे, लेकिन तब शव नहीं मिला था।
कहीं और की गई बच्ची की हत्या
दोपहर साढ़े तीन बजे जब बच्ची घर से निकली थी। इसके बाद रात नौ बजे के बाद उसका शव मिला। परिजन व नगर के लोग आशंका जता रहे हैं कि बच्ची के साथ दुष्कर्म और उसकी हत्या कहीं और की गई है। इसके बाद शव को यहां लाया गया है। इसमें बच्ची के पड़ोस में रहने वाले कुछ लोगों पर आशंका जताई जा रही है। परिजनों ने जिन जिन लोगों पर आशंका जताई है, उनको पुलिस ने उठा लिया है।