रोटी सब्जी को देखकर अक्सर मुंह बनाने वाले बच्चे जंक फूड का नाम सुनते ही खुश हो जाते हैं। जंक फूड खाने में भले ही टेस्टी लगता हो लेकिन लंबे समय तक इसका सेवन करने से व्यक्ति बीमार हो सकता है। चिकित्सक मानते हैं जंक फूड लवर बच्चों में आगे चलकर मधुमेह और उच्च रक्तचाप की बीमारी का खतरा भी अधिक बना रहता है। फास्ट फूड में कई हानिकारक तत्व होते हैं जो मोटापा बढ़ाते हैं, भूख कम करते हैं। लंबे समय तक ऐसा होने से बच्चे ओवरवेट के साथ कई बीमारियां के शिकार होने लगते हैं। इन बच्चों की प्रतिरोधक क्षमता पर ही नहीं बल्कि शारीरिक विकास पर भी बुरा असर पड़ता है। आइए जानते हैं जरूरत से ज्यादा जंक फूड खाने से बच्चों को होते हैं सेहत से जुड़े कौन से नुकसान।
डायबिटीज-
जंक फूड में शुगर की मात्रा काफी ज्यादा होने की वजह से ये कम उम्र में ही डायबिटीज का खतरा काफी बढ़ा सकता है।
थकान और सुस्ती-
जंक फूड भूख को तो मिटाता है, लेकिन शरीर को जरूरी पोषण देने में असमर्थ रहता है। जंक फूड में सिर्फ कार्बोहाइड्रेड, शुगर और फैट होता है, जिससे वजन बढ़ता है, शरीर को तात्कालिक ऊर्जा मिलती है, लेकिन पोषण नहीं मिल पाता है। इससे शरीर लंबे समय में सुस्त हो जाता है और थकान रहने लगती है।
मोटापा-
बच्चे अगर जंक फूड खाते है, तो वह मोटापे का शिकार भी हो सकते है। जंक फूड में मौजूद फैट मोटापा बढ़ाने के साथ कई बीमारियों को भी न्यौता देता है।
सिरदर्द की समस्या-
जंक फूड खाने से बच्चों में सिरदर्द की समस्या काफी बढ़ जाती है। जंक फूड में पाए जाने वाला मोनोसोडियम ग्लूटामेट (MSG) का बहुत अधिक प्रयोग होता है, जो सिरदर्द बढ़ाने के साथ बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर भी असर डालता है। कई बार बच्चे जब जंक फूड ज्यादा खाते है, तो वह चिड़चिड़े होने के साथ उनमें सिरदर्द की समस्या भी हो जाती है।
पोषक तत्वों की कमी-
नियमित जंक फूड खाने से शरीर में पोषक तत्वों की कमी हो जाती है। जिससे बच्चों का शरीर कमजोर हो जाता है।