ढाका: बांग्लादेश की सीमा सुरक्षा बल बॉर्डर गार्ड बांग्लादेश (BGB) के प्रमुख मेजर जनरल मोहम्मद अशरफुज्जमां सिद्दीकी ने गुरुवार को अपने बयान में कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हमलों की खबरें अतिरंजित हैं। उन्होंने दावा किया कि ऐसे कोई हमले नहीं हुए और हिंदुओं ने सुरक्षित रूप से दुर्गा पूजा का उत्सव मनाया।
उन्होंने कहा, “कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए सुरक्षा एजेंसियों को तैनात किया गया था। कुछ झड़पें हुई थीं, लेकिन वे राजनीतिक कारणों से थीं, न कि धार्मिक या सांप्रदायिक आधार पर।”
हालांकि, संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार कार्यालय की हालिया रिपोर्ट के अनुसार, बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के घरों, व्यवसायों और पूजा स्थलों पर हमले हुए। रिपोर्ट में कहा गया कि ये हमले ठाकुरगांव, ललमनिरहाट, दिनाजपुर, सिलहट, खुलना और रंगपुर जैसे इलाकों में अधिक देखने को मिले।
भारत-बांग्लादेश सीमा विवाद पर चर्चा
BGB प्रमुख ने नई दिल्ली में बीएसएफ (BSF) महानिदेशक दलजीत सिंह चौधरी के साथ उच्च स्तरीय वार्ता की। इस दौरान सीमा पर बाड़ लगाने के भारतीय प्रस्ताव पर बांग्लादेश की आपत्ति सहित कई मुद्दों पर चर्चा हुई।
बीएसएफ प्रमुख ने कहा, “भारत-बांग्लादेश सीमा पर विभिन्न मुद्दे समय-समय पर उत्पन्न होते रहते हैं, लेकिन स्थानीय अधिकारी हमेशा समाधान निकालने की कोशिश करते हैं।”
BGB ने पश्चिम बंगाल के मालदा जिले के शबदलपुर गांव के पास 150 गज की सीमा के भीतर बाड़ लगाने पर आपत्ति जताई। मेजर जनरल सिद्दीकी ने कहा, “सीमा क्षेत्र में कोई भी निर्माण उचित वार्ता और आपसी सहमति के बिना नहीं किया जाना चाहिए।”
सीमा सुरक्षा और गैर-घातक नीति पर सहमति
बैठक के दौरान सीमा स्थिरता और गैर-घातक नीति का पालन करने पर सहमति बनी।
बीएसएफ डीजी ने कहा, “कई बार रात के अंधेरे का फायदा उठाकर कुछ घुसपैठिए बाड़ पार करने की कोशिश करते हैं। हम बिना वजह घातक बल का प्रयोग नहीं करते, लेकिन आत्मरक्षा में मजबूरी में ऐसा करना पड़ता है। हमने BGB से अनुरोध किया कि वे सीमा सुरक्षा को मजबूत करें।”
अगली बैठक ढाका में होगी
बैठक में भारत में सक्रिय उग्रवादी संगठनों और सीमा पार से घुसपैठ जैसे मुद्दों पर भी चर्चा हुई। दोनों पक्षों ने रात्रि गश्त बढ़ाने और सीमा क्षेत्र के लोगों को जागरूक करने पर सहमति जताई।
BGB प्रमुख ने कहा कि भारत-बांग्लादेश सीमा संधि (1975) को पुनः संशोधित करने पर कोई चर्चा नहीं हुई।
दोनों देशों की सीमा सुरक्षा एजेंसियों ने अगली डीजी-स्तरीय बैठक 2025 में ढाका में आयोजित करने पर सहमति जताई।