ओमाहा:दुनिया के जाने-माने अरबपति निवेशक वॉरेन बफ़ेट ने शनिवार को कहा कि “व्यापार को हथियार नहीं बनाया जाना चाहिए”, जो अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की आक्रामक टैरिफ नीति की स्पष्ट आलोचना मानी जा रही है।
बर्कशायर हैथवे की वार्षिक शेयरधारक बैठक में बफ़ेट ने कहा, “इसमें कोई संदेह नहीं है कि व्यापार युद्ध का एक रूप हो सकता है।”
हालांकि उन्होंने ट्रंप का नाम सीधे तौर पर नहीं लिया, लेकिन उनके बयान का संकेत स्पष्ट था। अमेरिका और दुनियाभर के विश्लेषकों ने पहले ही चेतावनी दी है कि टैरिफ वैश्विक विकास को गंभीर रूप से प्रभावित कर सकते हैं।
दो महीने पहले, एक टीवी इंटरव्यू में बफ़ेट ने टैरिफ को “सामान पर कर” बताया था — न कि जैसा ट्रंप ने कहा था, एक आसान राजस्व स्रोत। उन्होंने तंज कसते हुए कहा था, “टूथ फेयरी तो ये टैक्स नहीं भरती!”
94 वर्षीय बफ़ेट, जो अब भी बर्कशायर हैथवे समूह का संचालन कर रहे हैं, ने अमेरिका से दुनिया के साथ व्यापार जारी रखने की अपील की। उन्होंने कहा, “हमें वही करना चाहिए जो हम सबसे अच्छा करते हैं, और उन्हें वही करने देना चाहिए जो वे सबसे अच्छा करते हैं। शुरुआत में हम ऐसा ही करते थे।”
उन्होंने कहा कि समृद्धि कोई जीरो-सम गेम नहीं है, जहाँ एक की सफलता दूसरे की हार हो। सभी देश एक साथ समृद्ध हो सकते हैं।
“मुझे लगता है कि जब दुनिया बाकी ज्यादा समृद्ध होगी, तो इससे हमें भी फायदा होगा, और हम ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगे,” बफ़ेट ने कहा।
उन्होंने यह भी जोड़ा कि जब एक देश बाकी दुनिया को नाराज़ कर खुद को श्रेष्ठ बताता है, तो वह खतरनाक हो सकता है।
“मेरे अनुसार, ये एक बहुत बड़ी गलती है कि जब साढ़े सात अरब लोग आपको पसंद नहीं करते और तीन सौ मिलियन लोग खुद की तारीफ में लगे हैं कि उन्होंने कितना अच्छा किया है,” बफ़ेट ने कहा।
उन्होंने यह भी कहा कि इस पृष्ठभूमि में वित्तीय बाज़ारों की उठापटक “वास्तव में कोई बड़ी बात नहीं” है।
शनिवार को बर्कशायर हैथवे ने पहली तिमाही में 9.6 अरब डॉलर का मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले साल की तुलना में 14 प्रतिशत कम है। प्रति शेयर मुनाफा $4.47 रहा।
बफ़ेट ने 1960 के दशक में एक मझोली कपड़ा कंपनी बर्कशायर हैथवे को खरीदा था, जिसे उन्होंने एक विशाल समूह में बदल दिया। आज इसका मूल्य $1 ट्रिलियन से अधिक है और इसके पास $300 अरब की नकद संपत्ति है।
उनकी सफलता और अपने विचारों को सरल भाषा में व्यक्त करने की क्षमता ने उन्हें “ओमाहा का ओरेकल” बना दिया है।
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