डेस्क:महाराष्ट्र में सियासी तापमान एक बार फिर बढ़ गया है। शिवसेना (यूबीटी) के नेता संजय राउत ने भाजपा सरकार की तुलना मुगल शासक औरंगजेब से करते हुए कहा कि मौजूदा शासन उससे भी बदतर है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा की नीतियों के चलते राज्य में किसान, बेरोजगार और महिलाएं आत्महत्या करने पर मजबूर हो रहे हैं।
शुक्रवार को मीडिया से बातचीत के दौरान राउत ने कहा, “औरंगजेब को मरे 400 साल हो गए। उसे भूल जाइए। महाराष्ट्र में किसान और आम लोग औरंगजेब की वजह से आत्महत्या नहीं कर रहे, बल्कि भाजपा सरकार की वजह से कर रहे हैं।” उन्होंने सवाल उठाया कि अगर मुगल शासक ने अत्याचार किए थे, तो आज की सरकार क्या कर रही है?
संजय राउत का यह बयान मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस के उस बयान के जवाब में आया, जिसमें उन्होंने कहा था कि सभी लोग चाहते हैं कि छत्रपति संभाजीनगर में स्थित औरंगजेब की कब्र को हटा दिया जाए, लेकिन यह कानूनी प्रक्रिया के तहत ही संभव होगा। फडणवीस ने यह भी कहा कि कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में इस मकबरे को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के संरक्षण में रखा गया था। इससे पहले, मराठा राजा छत्रपति शिवाजी महाराज के वंशज भाजपा के सतारा से सांसद उदयनराजे भोसले ने औरंगजेब की मजार हटाने की मांग की थी।
महाराष्ट्र में औरंगजेब को मराठाओं के सबसे बड़े दुश्मन के तौर पर देखा जाता है। उनके शासनकाल में मराठाओं के साथ कई युद्ध हुए और छत्रपति शिवाजी महाराज के पुत्र संभाजी महाराज को औरंगजेब के आदेश पर पकड़ा गया, यातनाएं दी गईं और फिर उनकी हत्या कर दी गई। ऐसे में महाराष्ट्र की राजनीति में यह मुद्दा हमेशा गर्म रहता है। अब इस पर भाजपा और शिवसेना (यूबीटी) के बीच सियासी घमासान और तेज हो गया है। राउत के इस बयान से महाराष्ट्र की राजनीति में नया विवाद खड़ा हो सकता है।