डेस्क:भाजपा के संगठन चुनाव के प्रदेश चुनाव अधिकारी डॉ. महेंद्रनाथ पांडेय द्वारा जारी सूची में जहां तमाम पुराने चेहरों को जगह मिली है, वहीं बड़े नेताओं के ज्यादातर करीबी नाम भी सूची में जगह नहीं पा सके। हालांकि सूची में विलंब के पीछे कुछ चुनिंदा दिग्गजों के इलाकों में उनकी पसंद का ध्यान रखा जाना रहा। खास बात यह है कि सभी चुनाव अधिकारियों को अपने क्षेत्र से दूर रखा गया है।
भाजपा ने संगठनात्मक दृष्टि से प्रदेश को 98 जिलों में बांट रखा है। पार्टी में संगठनात्मक चुनाव प्रक्रिया गति पकड़ने लगी है। इसी महीने 15 नवंबर से बूथों के गठन से इसका आगाज हो जाएगी। दिसंबर में पहले मंडल और फिर जिलों में चुनाव होंगे। संगठन के चुनाव में विवाद की स्थिति न बने, चुनाव अधिकारियों को ज्यादा दबाव में न लिया जा सके, इसके लिए वरिष्ठ और अनुभवी लोगों को जिम्मेदारी दी गई है। तमाम विधायकों-एमएलसी के साथ कुछ राज्यसभा सांसदों व पूर्व सांसदों को भी चुनावी जिम्मेदारी दी गई है, मगर यह अधिकांशत: संगठन की पृष्ठभूमि वाले ही हैं। खास बात यह है कि प्रदेश के सभी पदाधिकारियों को भी चुनाव में नहीं लगाया गया है। वहीं सामाजिक समीकरणों का भी ध्यान रखते हुए सभी जाति-वर्ग के चेहरों को शामिल किया गया है।
बड़े जिलों में भेजे हैवीवेट चेहरे
बड़े जिलों में चुनाव अधिकारी नियुक्त करने में सावधानी बरती गई है। वहां बड़े चेहरों को जिम्मेदारी दी गई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में विधायक पुरुषोत्तम खंडेलवाल व एमएलसी अशोक कटारिया भेजे गए हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की कर्मस्थली गोरखपुर में सुरेश चंद्र तिवारी व केदार नाथ सिंह को जिम्मेदारी मिली है। लखनऊ में राज्यसभा सांसद नवीन जैन और एमएलसी रजनीकांत माहेश्वरी लगाए गए हैं। कानपुर में संगम लाल गुप्ता, कांता कर्दम, डा. सतीश चंद्र द्विवेदी व जयप्रकाश निषाद को लगाया है।
इसी तरह आगरा, मेरठ, प्रयागराज, सहारनपुर, गाजियाबाद, नोएडा, बरेली, शाहजहांपुर, झांसी सहित अन्य बड़े जिलों में भी अनुभवी चेहरों को ही चुनावी जिम्मा सौंपा गया। खासतौर से पश्चिमी यूपी में तमाम कद्दावर चेहरों को लगाया गया है। हालांकि एकाध जगह जिला आवंटन को लेकर थोड़ी असहमति की स्थिति जरूर दिखी।
यह प्रदेश पदाधिकारी लगाए
प्रदेश उपाध्यक्ष विजय बहादुर पाठक, पद्मसेन चौधरी, संतोष सिंह, दिनेश शर्मा, ब्रजबहादुर भारद्वाज, त्रयंबक त्रिपाठी, कांता कर्दम, डा. धर्मेंद्र सिंह, सत्यपाल सैनी, सलिल विश्नोई, देवेश कोरी व कमलावती सिंह, प्रदेश मंत्री डा. चंद्रमोहन सिंह, अंजुला माहौर, विजय शिवहरे, शंकर लाल लोधी, अर्चना मिश्रा को चुनाव अधिकारी बनाया गया है। इनके अलावा विधायक, पूर्व विधायक, राज्यसभा सांसद, पूर्व सांसद, क्षेत्रीय पदाधिकारी, जिलाध्यक्ष, पूर्व जिलाध्यक्ष, जिला प्रभारी, पूर्व महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, निगम-बोर्डों व मोर्चों के अध्यक्ष चुनाव अधिकारी बने हैं।