नई दिल्ली: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान जाने के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ एक और बड़ा कदम उठाते हुए वहां से सीधे या किसी तीसरे देश के जरिए आने वाले सभी प्रकार के सामान के आयात और ट्रांसशिपमेंट पर तत्काल प्रभाव से पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है। यह फैसला सुरक्षा चिंताओं को देखते हुए लिया गया है, ताकि पाकिस्तान कोई चालबाज़ी करके किसी और देश की आड़ में भारतीय बाज़ारों तक न पहुंच सके।
तीसरे देश के जरिए भेजे जा रहे माल पर कड़ी नजर
वित्त मंत्रालय के अधीन राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) ने उन मालों की जांच और जब्ती शुरू कर दी है जो पाकिस्तान से निकलकर संयुक्त अरब अमीरात (UAE) जैसे तीसरे देशों के रास्ते भारत पहुंच रहे हैं। बताया गया है कि पैकेजिंग, लेबल और अन्य विवरणों की बारीकी से जांच की जा रही है ताकि असली स्रोत का पता चल सके। संदेह होने की स्थिति में बंदरगाहों पर माल रोक लिया जा रहा है।
एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, “हाल ही में एक पाकिस्तानी झंडा लिए जहाज को भारत में प्रवेश की अनुमति नहीं दी गई। कुछ व्यापारियों ने शिकायत की है, लेकिन सुरक्षा और नीति के लिहाज से यह कड़ा कदम उठाना जरूरी था।”
यूएई के साथ उठाया गया मुद्दा
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तानी खजूर और सूखे मेवे UAE के जरिए भारत में प्रवेश कर रहे थे। इस पर भारत ने अमीरात सरकार के साथ मामला उठाया है। यूएई का दावा है कि वह स्वयं खजूर और मेवे का उत्पादन करता है, लेकिन भारतीय एजेंसियां इसकी हर खेप की बारीकी से जांच कर रही हैं।
पहले ही बंद हुआ था अटारी ICP
भारत ने इस प्रतिबंध से पहले 24 अप्रैल को अटारी स्थित इंटीग्रेटेड चेक पोस्ट (ICP) को बंद कर दिया था, जिससे पाकिस्तान के साथ सीधा व्यापार पहले ही बंद हो चुका था। इसके बाद 2 मई को वाणिज्य मंत्रालय की अधिसूचना ने पाकिस्तान से आने वाले समस्त माल के ट्रांजिट और आयात पर पूर्ण विराम लगा दिया।
व्यापारिक आंकड़ों पर नजर
- पुलवामा हमले के बाद भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय व्यापार 2018-19 में ₹4,370 करोड़ से गिरकर 2022-23 में ₹2,257 करोड़ रह गया था।
- 2023-24 में यह आंकड़ा ₹3,886 करोड़ तक पहुंचा, लेकिन अब नए प्रतिबंधों के बाद इसमें फिर से बड़ी गिरावट आने की संभावना है।
- भारत का पाकिस्तान को निर्यात 2023-24 में $447.6 मिलियन रहा, जबकि आयात केवल $0.42 मिलियन का था।
भारत से पाकिस्तान को निर्यात मुख्यतः औद्योगिक रसायनों, दवाओं, कपड़ों और मशीनों का होता है। वहीं पाकिस्तान से सीमित मात्रा में फल, मेवे, तिलहन और गुलाबी नमक जैसे खास उत्पाद भारत आते रहे हैं।
अब क्या?
भारत सरकार की नीति अब साफ है—पाकिस्तान से किसी भी रूप में होने वाले व्यापारिक संपर्क को पूरी तरह समाप्त किया जाए। चाहे वह प्रत्यक्ष हो या किसी तीसरे देश की आड़ में। अधिकारियों के अनुसार, यह कड़ा कदम न केवल सुरक्षा के लिहाज से अहम है, बल्कि यह अंतरराष्ट्रीय समुदाय के लिए भी एक स्पष्ट संदेश है कि भारत आतंक और व्यापार को एक साथ नहीं देखता।