डेस्क:बांग्लादेश में पिछले साल हुए तख्तापलट के बाद मोहम्मद यूनुस को कमान सौंपी गई, जिसके बाद पड़ोसी देश के हालात पूरी तरह से खराब हो गए। वह पाकिस्तान के ज्यादा करीब जाता दिखाई दे रहा है और कुछ समय पहले चिकन नेक के करीब वहां पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की भी बांग्लादेश में मौजूदगी देखी गई। इस पर भारतीय सेना काफी चिंतित है और सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने मुंहतोड़ जवाब दिया है। जनरल द्विवेदी ने कहा कि उन्हें (बांग्लादेश) यह सुनिश्चित करना चाहिए कि भारत विरोधी तत्व (पाकिस्तान) उस धरती का इस्तेमाल भारत में आतंकवादियों को भेजने के लिए न कर पाएं।
न्यूज एजेंसी ‘एएनआई’ से खास बातचीत में भारतीय सेना प्रमुख जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा है कि वे भारत के चिकन नेक क्षेत्र के नजदीक बांग्लादेशी इलाकों में पाकिस्तानी सेना और आईएसआई अधिकारियों की मौजूदगी को लेकर चिंतित हैं। बता दें कि हाल ही में, पाकिस्तानी सेना और आईएसआई अधिकारियों ने बांग्लादेश में चिकन नेक के नजदीक भारतीय सीमा के पास बेहद संवेदनशील इलाकों का दौरा किया था। जब उनसे पूछा गया कि क्या वे इस बारे में चिंतित हैं, तो सेना प्रमुख ने हां में जवाब दिया।
हालांकि, सेना प्रमुख ने कहा कि बांग्लादेश के साथ सैन्य संबंध बहुत मजबूत हैं। उन्होंने कहा, “लेकिन जहां तक सैन्य संबंधों का सवाल है, तो यह बहुत मजबूत है। और हम जब चाहें नोट्स का आदान-प्रदान कर सकते हैं। और यही हम कर रहे हैं।” जब जनरल द्विवेदी से पूछा गया कि क्या पाकिस्तान अभी भी यह समझ पाया है कि कश्मीर भारतीय क्षेत्र का हिस्सा है, तो द्विवेदी ने मजाकिया अंदाज में फिल्म गाइड का उदाहरण दिया, जिसमें एक पागल आदमी कहता है, ‘जब तक बारिश नहीं होगी, मैं खाना नहीं खाऊंगा।’
‘पाकिस्तान का एजेंडा सिर्फ कश्मीर नहीं’
उन्होंने कहा, “देखिए, वे अपनी ही बातों में फंस गए हैं। देवानंद जी की एक फिल्म है, मुझे लगता है कि नारायण जी ने ये किताब लिखी है। आपको याद है कि देवानंद जी आखिरी में कब साधु बने थे? एक पागल आदमी ने जाकर घोषणा कर दी कि जब तक बारिश नहीं होगी, तब तक मैं खाना नहीं खाऊंगा। अब पाकिस्तान की सेना ने एक बार कहा कि हमें ये करना ही होगा। अब उनके पास इससे बाहर निकलने का कोई रास्ता नहीं है। तो वो इसके लिए आगे बढ़ते रहेंगे, देखिए कश्मीर, ये प्वाइंट नंबर एक है। दूसरी बात ये है कि अगर आप रॉबर्ट कपलान की लिखी किताब रिवेंज ऑफ जियोग्राफी पढ़ेंगे, तो सिंधु के दोनों किनारे, क्या वो एक हो सकते हैं? ये एक बड़ा सवाल है जिसे आपको देखना होगा।” उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान का एजेंडा केवल कश्मीर तक सीमित नहीं है और वह केवल भारत विरोधी रुख को बढ़ावा दे रहा है।