डेस्क:भारत और पाकिस्तान के बीच दो दशकों बाद सबसे गंभीर टकराव देखने को मिल रहा है। दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा (LoC) पर भारी गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों में अब तक कुल 38 लोगों की मौत हो चुकी है। तनावपूर्ण हालात लगातार बिगड़ते जा रहे हैं और दोनों देशों की सेनाएं हाई अलर्ट पर हैं।
भारत का कहना है कि नियंत्रण रेखा के पास पाकिस्तान की ओर से हो रही भीषण गोलाबारी में 12 भारतीय नागरिकों की मौत हो चुकी है। जम्मू-कश्मीर के उड़ी और पुंछ सेक्टरों में कई रिहायशी इमारतें भी क्षतिग्रस्त हुई हैं।
वहीं पाकिस्तान का आरोप है कि मंगलवार आधी रात को भारत की ओर से किए गए हवाई हमलों में 26 आम नागरिकों की जान चली गई। पाकिस्तान के मुताबिक, भारत ने पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के नीलम-झेलम हाइड्रोपावर प्रोजेक्ट और नौसेरी डैम को भी निशाना बनाया है। पाकिस्तानी सेना के प्रवक्ता ने इसे अंतरराष्ट्रीय नियमों का उल्लंघन और “खतरनाक भड़कावा” करार दिया है।
पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और रक्षा मंत्री ख्वाजा मुहम्मद आसिफ ने भारत को कड़ा जवाब देने की चेतावनी दी है। आसिफ ने कहा कि जवाबी कार्रवाई “शुरू हो चुकी है”, वहीं शरीफ ने इसे “भारत द्वारा थोपे गए युद्ध का जवाब” बताया।
इन चेतावनियों के जवाब में भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजित डोभाल ने कहा,
“भारत का उद्देश्य तनाव बढ़ाना नहीं है, लेकिन अगर पाकिस्तान ऐसा करता है तो भारत पूरी तरह से जवाब देने के लिए तैयार है।”
इस बीच भारत ने पुष्टि की है कि मंगलवार रात “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर के 9 आतंकी शिविरों पर मिसाइल हमले किए गए। सेना की कर्नल सोफिया कुरैशी ने बताया कि यह कार्रवाई पहलगाम में हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई, जिसमें कई निर्दोष नागरिक मारे गए थे।
भारत ने यह भी स्पष्ट किया है कि इन हमलों में पाकिस्तान की सेना या आम नागरिकों को निशाना नहीं बनाया गया, केवल आतंकी ढांचों को ही निशाना बनाया गया है।
हालात लगातार तनावपूर्ण बने हुए हैं और अंतरराष्ट्रीय समुदाय की नजरें इस बढ़ते संघर्ष पर टिकी हुई हैं।