नई दिल्ली: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने गुरुवार को नई दिल्ली में सऊदी अरब के विदेश मामलों के राज्य मंत्री अडल अल जुबैर से मुलाकात की। इस दौरान उन्होंने आतंकवाद के खिलाफ भारत के सख्त रुख से उन्हें अवगत कराया।
जयशंकर ने मुलाकात के बाद सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर लिखा, “आज सुबह सऊदी अरब के विदेश मामलों के राज्य मंत्री @AdelAljubeir से अच्छी बातचीत हुई। आतंकवाद के खिलाफ भारत के दृष्टिकोण को साझा किया।”
इससे एक दिन पहले, बुधवार को जयशंकर ने स्पेन, फ्रांस, जर्मनी, जापान और क़तर के विदेश मंत्रियों से भी मुलाकात की थी। उन्होंने सीमापार आतंकवाद के विरुद्ध भारत की नीति पर बल देते हुए उनके समर्थन और एकजुटता के लिए आभार व्यक्त किया।
इस बीच, पहलगाम में हाल ही में हुए आतंकी हमले के जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने 7 मई की सुबह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत जम्मू-कश्मीर (PoJK) में स्थित आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की।
‘ऑपरेशन सिंदूर’ पर गुरुवार को आयोजित एक प्रेस वार्ता में विंग कमांडर व्योमिका सिंह ने बताया कि कुल नौ आतंकी ठिकानों को चिन्हित कर सफलता पूर्वक नष्ट किया गया। उन्होंने स्पष्ट किया कि इन स्थानों का चयन इस प्रकार किया गया था कि किसी भी आम नागरिक या नागरिक ढांचे को नुकसान न पहुँचे।
विंग कमांडर सिंह ने कहा, “ऑपरेशन सिंदूर का उद्देश्य पहलगाम आतंकी हमले के पीड़ितों और उनके परिजनों को न्याय दिलाना था। नौ आतंकी शिविरों को सटीकता के साथ नष्ट किया गया, और यह सुनिश्चित किया गया कि किसी नागरिक को कोई हानि न पहुँचे।”
उसी प्रेस वार्ता में कर्नल सोफिया कुरैशी ने इन आतंकवादी ठिकानों के विनाश के वीडियो प्रस्तुत किए। इनमें लाहौर के मुरिदके स्थित वह शिविर भी शामिल था, जहाँ 2008 मुंबई हमले के दोषी डेविड हेडली और अजमल कसाब ने प्रशिक्षण प्राप्त किया था।
कर्नल कुरैशी ने बताया कि मुरिदके के अतिरिक्त सियालकोट के सरजल शिविर, मरकज़ अहले हदीस, बरनाला स्थित मरकज़ अब्बास, कोटली और महमूना जौया शिविर भी इस सटीक और योजनाबद्ध कार्रवाई में निशाने पर रहे।
भारतीय थल सेना, वायु सेना और नौसेना द्वारा संयुक्त रूप से संचालित यह अभियान 7 मई की रात 1:05 बजे से 1:30 बजे के बीच अंजाम दिया गया। कार्रवाई के लिए खुफिया एजेंसियों द्वारा उपलब्ध कराई गई ठोस जानकारी के आधार पर लक्ष्यों का चयन किया गया था।