नई दिल्ली :23 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के बाइसारन क्षेत्र (जिसे ‘मिनी स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है) में हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर दिया। इस हमले में 26 पर्यटक मारे गए, जिनमें भारतीय नौसेना के लेफ्टिनेंट विनय नरवाल भी शामिल थे। हमले के बाद घाटी में 35 वर्षों में पहली बार आतंकवाद के खिलाफ व्यापक बंद देखने को मिला।
भारतीय नौसेना का शक्ति प्रदर्शन: “एकता में शक्ति, उद्देश्यपूर्ण उपस्थिति”
26 अप्रैल को भारतीय नौसेना ने चार युद्धपोतों की गश्त करते हुए तस्वीर साझा कर अपनी तैयारियों का प्रदर्शन किया।
संदेश था साफ़ – “Mission Ready: Anytime, Anywhere, Anyhow”।
भारत के सख्त कदम: सिंधु जल संधि निलंबित, अटारी सीमा पोस्ट बंद
हमले के जवाब में भारत ने:
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सिंधु जल संधि को निलंबित किया
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अटारी सीमा पोस्ट बंद कर दी
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पाकिस्तान से हर प्रकार के व्यापारिक संबंध समाप्त कर दिए
वहीं पाकिस्तान ने इसे ‘युद्ध की कार्रवाई’ करार दिया और संबंध तोड़ने की घोषणा कर दी।
INS सूरत से मिसाइल परीक्षण: नौसेना ने दिखाई ऑपरेशनल ताकत
अरब सागर में गाइडेड-मिसाइल डिस्ट्रॉयर INS सूरत से भारतीय नौसेना ने मध्यम दूरी की सतह से हवा में मार करने वाली मिसाइल का सफल परीक्षण कर अपनी शक्ति का प्रदर्शन किया।
भारतीय नौसेना बनाम पाकिस्तानी नौसेना: आंकड़ों में विशाल अंतर
भारतीय नौसेना | पाकिस्तानी नौसेना |
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293 पोत | 121 पोत |
2 विमानवाहक पोत | 0 विमानवाहक पोत |
16 पारंपरिक पनडुब्बियां | 8 पारंपरिक पनडुब्बियां |
2 परमाणु-संचालित पनडुब्बियां | 0 परमाणु-संचालित पनडुब्बी |
भारत के पास आधुनिक हथियार प्रणालियां, ब्रह्मोस सुपरसोनिक मिसाइलें और स्वदेशी तकनीक आधारित पोत हैं। वहीं पाकिस्तान मुख्यतः चीनी उपकरणों पर निर्भर है।
रणनीतिक बढ़त: भारत का समुद्री वर्चस्व
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भारत के पास 56 बंदरगाह और 7,000 किलोमीटर लंबी तटरेखा है।
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अंडमान-निकोबार कमांड मलक्का स्ट्रेट के पास भारत को रणनीतिक बढ़त देता है।
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पाकिस्तान के पास केवल 3 मुख्य बंदरगाह हैं: कराची, ग्वादर और पोर्ट कासिम।
इतिहास की गवाही: 1971 में भारत ने सिखाया था सबक
1971 के युद्ध में भारतीय नौसेना ने कराची बंदरगाह पर सफल हमले कर पाकिस्तान को भारी नुकसान पहुँचाया था। आज भी भारतीय नौसेना हिंद महासागर में प्रमुख शक्ति बनी हुई है और वैश्विक अभियानों में सक्रिय भूमिका निभा रही है।
सीमा पर तनाव और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया
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पाकिस्तानी सेना ने नियंत्रण रेखा पर बिना उकसावे के गोलीबारी की।
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भारतीय सेना ने मुंहतोड़ जवाब दिया।
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लंदन समेत कई देशों में भारतीय समुदाय ने पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन कर आतंकवाद की निंदा की।
निष्कर्ष: भारतीय नौसेना हर चुनौती के लिए तैयार
वर्तमान हालात में भारतीय नौसेना हर मोर्चे पर पाकिस्तान से आगे है – चाहे वह तकनीक हो, बेड़े का आकार हो या रणनीतिक स्थिति। किसी भी संभावित संघर्ष में भारत का वर्चस्व साफ नजर आता है।