प्रियंक कानूनगो ने बताया कि अगर लड़कियां स्कूल आ रही है या गांव में हैं तो वे सुरक्षित हैं लेकिन वे गांव में नहीं है। उन्होंने बताया कि इस दौरान पता चला कि 46 लड़कियां ऐसी है जो स्कूल में नहीं पढ़ रही है। इनमें 18 लड़कियों के बारे में कुछ पता नहीं चला कि वह कहां हैं। जबकि 28 लड़कियों के बारे में बताया गया कि वे रिश्तेदार या किसी और गांव में गई हुई हैं। हमने लड़कियों के परिजनों को बुलाकर पता लगाने की कोशिश की लेकिन कोई ठोस जानकारी नहीं मिली। ऐसे में इन तीन गांवों में 46 लड़कियां गायब मिली। उन्होंने कहा कि इन लड़कियों की तस्करी या बेचे जाने की आशंका है।
प्रियंक कानूनगो ने यह भी कहा कि एक जाति विशेष के लोगों को सरकारी योजनाओं का लाभ नहीं मिल रहा है। उनके पास जॉब कार्ड है लेकिन उन्हें मनरेगा में पिछले डेढ साल से काम नहीं मिला। उन्होंने प्रशासन पर भी लापरवाही का आरोप लगाया। इसके बाद उन्होंने प्रशासन एवं पुलिस के अधिकारियों के साथ बैठक कर इन 46 लड़कियों का पता लगाने के निर्देश दिया।