वॉशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत में हुए दर्दनाक विमान हादसे पर टिप्पणी की और कहा कि अमेरिका जांच में सहयोग के लिए हर संभव मदद करेगा।
राष्ट्रपति ट्रंप ने वॉशिंगटन डीसी में प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “यह एक भयानक हादसा था। हम जो कुछ भी कर सकते हैं, करेंगे।”
आज दोपहर अहमदाबाद हवाई अड्डे से लंदन जा रहे एयर इंडिया के बोइंग 787-8 ड्रिमलाइनर विमान में 242 लोग सवार थे, जो टेकऑफ के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इस विमान में 232 यात्री और 10 क्रू मेंबर थे। यह भारत के इतिहास में सबसे बड़े विमान हादसों में से एक है।
राष्ट्रपति ट्रंप ने कहा, “विमान हादसा बहुत भयानक था। मैंने उन्हें बता दिया है कि हम जो भी मदद कर सकते हैं, करेंगे। भारत एक बड़ा और मजबूत देश है, वे इसे संभाल लेंगे, लेकिन हमने स्पष्ट कर दिया कि अमेरिका तुरंत सहायता के लिए तैयार है।”
उन्होंने आगे कहा, “यह एक भयंकर दुर्घटना थी और ऐसा लगता है कि ज्यादातर लोग बच नहीं पाए। हमें सुनने में आया है कि कुछ लोग बच गए होंगे। हादसा भयानक था और अभी तक किसी को नहीं पता कि क्या हुआ। मैंने कुछ सुझाव भी दिए हैं कि शायद उन्हें इस बात की जांच करनी चाहिए। हमने देखा कि विमान उड़ान भर रहा था, ऐसा नहीं लगा कि उसमें कोई विस्फोट हुआ। ऐसा लग रहा था कि शायद इंजन ने पावर खो दी, लेकिन यह एक भयानक दुर्घटना थी, शायद इतिहास की सबसे बड़ी।”
बोइंग के लिए चिंता बढ़ी
आज का हादसा अमेरिकी विमान निर्माता कंपनी बोइंग के लिए एक और बड़ा झटका है, जो पहले से ही सुरक्षा और उत्पादन से जुड़ी कई चुनौतियों का सामना कर रही है। कंपनी के नए CEO भरोसा वापस लाने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन इस दुर्घटना ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं।
अभी तक दुर्घटना के कारणों का पता नहीं चल पाया है। विमान हादसे कई कारणों से हो सकते हैं, और सही वजह केवल जांच के बाद ही पता चलेगी।
बोइंग के शेयर हादसे के बाद लगभग 4.9 प्रतिशत गिर गए। कंपनी ने बाद में एक बयान जारी कर कहा कि वह हादसे की रिपोर्ट से अवगत है और जानकारी जुटा रही है।
स्पिरिट एयरोसिस्टम्स, जो बोइंग के लिए महत्वपूर्ण पार्ट्स बनाती है, और जीई एयरोस्पेस, जो इस विमान के इंजन बनाती है, के शेयर भी लगभग 2 प्रतिशत गिर गए।
रॉयटर्स के अनुसार, बोइंग का यह 787 ड्रिमलाइनर विमान, जो दुनिया के सबसे आधुनिक विमानों में से एक है, अब तक किसी भी गंभीर हादसे में नहीं फंसा था। इसे 2013 में बैटरी समस्या के कारण अस्थायी रूप से बंद किया गया था, लेकिन तब कोई हताहत नहीं हुआ था। वहीं, बोइंग के 737 मैक्स विमानों को दो गंभीर हादसों के बाद कई सालों तक उड़ान भरने से रोक दिया गया था।