मुंबई: भारत माता मंदिर सेवा समिति के तत्वावधान में
मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इसमें विभिन्न देवी देवताओं की मूर्तियों की प्राण प्रतिष्ठा विधि-विधान से की जाएगी। इस दौरान कलशारोहण व महोत्सव की पूर्णाहुति महाआरती, भंडारे के साथ की जाएगी।
कार्यक्रम के विषय में बात करते हुए महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी चिदम्बरानन्द सरस्वती जी महाराज, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी ने कहा कि भक्ति का सीधा अर्थ है परमात्मा से प्रेम। राग संसार के पदार्थो से जबकि अनुराग परमात्मा से करो। दुःख में भगवान को छोड़ देना भक्ति नहीं है। किसी भी परिस्थिति में भक्ति नहीं छूटनी चाहिये। भक्त अपना निश्चय नहीं बदलता है।
इस मौके पर समिति के संस्थापक अध्यक्ष रवींद्र सिंघल ने बताया कि इस भव्य मूर्ति प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव में जूना पीठाधीश्वर, आचार्य महामण्डलेश्वर, पूज्य स्वामी अवधेशानंद गिरि जी महाराज, पूज्य स्वामी रामेश्वरपुरी जी महाराज, उपाख्य ओम बाबा, आचार्य पंडित विष्णु दत्त जी सरस, भागवत प्रवक्ता, श्रीमान अलोक कुमार जी, अंतरराष्ट्रीय कार्याध्यक्ष, विश्व हिन्दू परिषद् , सर्वश्री आशुतोष जी महाराज के संत शिष्य, नैष्टिक ब्रह्मचारी महामंडलेश्वर पूज्य स्वामी केशवानंद जी महाराज, हनुमत धाम शुक्रतीर्थ, महामंडलेश्वर साध्वी प्रज्ञा ठाकुर जी, भारत भक्ति अखाड़ा, लोकसभा सांसद भा.ज.पा, पूज्य स्वामी सूर्यदेव जी महाराज, श्रीमान इंद्रेश कुमार जी, सदस्य राष्ट्र कारिणी, रा. स्व. संघ, संस्थापक राष्ट्रीय मुस्लिम मंच शामिल हो रहे हैं.