डेस्क:सीएम नीतीश कुमार ने घोषणा की है कि सहायक उर्दू अनुवादकों के पदों को बढ़ाकर दोगुना किया जाएगा। इससे सहायक उर्दू अनुवादकों की अब इनकी संख्या बढ़कर 3,306 हो जाएगी। यह सहायक उर्दू अनुवादकों की वर्ष 2005 से पह पहले की संख्या के सात गुना से भी अधिक हो जाएगी। मुख्यमंत्री सचिवालय स्थित संवाद में शनिवार को आयोजित कार्यक्रम में 715 सहायक उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र देने के दौरान उन्होंने यह घोषणा की। इस दौरान उपस्थित 50 सहायक उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र दिया गया, शेष को जिलों में नियुक्ति पत्र बांटा गया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि वर्ष 2005 से पहले सहायक उर्दू अनुवादकों के मात्र 449 पद थे, जो जरूरत के हिसाब से काफी कम थे। वर्ष 2018 में 1204 नए पद स्वीकृत किए गए और सहायक उर्दू अनुवादकों की संख्या बढ़ाकर 1,653 हो गई। इसे बढ़ाकर अब दोगुना कर दिया गया है। इसी के तहत आज (शनिवार) 715 सहायक उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है तथा शेष पदों पर भी बहाली की जा रही है। हमने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि खाली और नए पदों पर तेजी से बहाली की जाय।
मुख्यमंत्री ने कहा कि आज बहुत खुशी की बात है कि 715 सहायक उर्दू अनुवादकों को नियुक्ति पत्र दिया जा रहा है। मैं सभी नवनियुक्त सहायक उर्दू अनुवादकों को बधाई देता हूं। उर्दू अनुवादक, उर्दू निदेशालय के तहत कार्य करते हैं, जो मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अधीन आता है। ये कर्मी जिला, अनुमंडल एवं प्रखंड स्तरों के कार्यालयों में उर्दू लिखने-पढ़ने एवं उर्दू भाषा के प्रचार-प्रसार का कार्य करते हैं। मैं सभी नवनियुक्त सहायक उर्दू अनुवादकों को बधाई एवं शुभकामनाएं देता हूं और उम्मीद करता हूं कि सभी अपने कार्यों का बेहतर ढंग से निर्वहन करेंगे।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने मोहतरमा शना, मोहम्मद फिरोज आलम, मोहतरमा फातमा नूरी, अनु कुमारी, मासुम आलम, गुलशन फिरदौस, शाहिद रसी, राजकुमार आजाद को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किया। कार्यक्रम में शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव डॉ. एस सिद्धार्थ ने मुख्यमंत्री को पुस्तक भेंटकर स्वागत किया।
कार्यक्रम में उपमुख्यमंत्री विजय कुमार सिन्हा, जल संसाधन मंत्री विजय कुमार चौधरी, अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री जमा खान, मुख्य सचिव अमृतलाल मीणा, मुख्यमंत्री के सचिव कुमार रवि, मुख्यमंत्री के विशेष कार्य पदाधिकारी गोपाल सिंह, उर्दू निदेशालय के निदेशक परवेज आलम आदि उपस्थित थे। वहीं, वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से जिलों के जिलाधिकारी, नियुक्ति पत्र पाने वाले सहायक उर्दू अनुवादक, उनके परिजन एवं गणमान्य व्यक्ति जुड़े हुए थे।