पटना:बिहार के वेट्सलैंड के रुप में शुमार जंगलछेरा के बधार में शिकारियों ने एक हिरण की गोली मार दी। गोली से जख्मी हिरण की मौत हो गई। घटना रविवार की अहले सुबह की बताई जाती है। बताया जाता है कि शिकारियों ने जल्दहां गांव के बधार में काला हिरण संरक्षण केन्द्र से कुछ ही दूरी पर हिरण को दो गोली मारी। गोली लगने से जख्मी हिरण बदहवासी में भागकर जल्दहां गांव के पोखरे पर पहुंचा और वहीं गिरकर दम तोड़ दिया।
पोखरे के पास पहुंचने से शिकारियों के हिरण को अपने साथ ले जाने की मंशा पर पानी फिर गया। हिरण को गोली मारने के मामले में वन विभाग को यूपी के शिकारियों पर शक है। पूर्व में भी यूपी के शिकारी वन्य प्राणियों का शिकार करने के मामले में कुख्यात रहे हैं और कई बार जेल भी जा चुके हैं।
हालांकि यह जांच का विषय है कि हिरण को कहां के शिकारियों ने गोली मारी। ब्लैक बक रेस्क्यू सेंटर जल्दहां के प्रभारी वनपाल जितेन्द्र कुमार महतो ने बताया कि हिरण को शिकारियों ने दो गोली मारी है। सूचना पर टीम पोखरे पर पहुंची, लेकिन हिरण को बचाया नहीं जा सका। टीम के पहुंचने से पहले ही उसने दम तोड़ दिया था।
प्रभारी वनपाल ने बताया कि मृत हिरण का रामगढ़ मवेशी अस्पताल में पोस्टमार्टम कराया गया। इसके बाद रेस्क्यू सेंटर में ही उसे दफनाया गया। उन्होंने बताया कि हिरण की हत्या के मामले में अज्ञात शिकारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई गई है।
मालूम हो कि जंगलछेरा बिहार का मशहूर वेटलैंड्स है। वेटलैंड्स यानी वह मैदानी इलाका जहां बड़ी संख्या में वन्य प्राणी निवास करते हैं। कर्मनाशा नदी के तटीय क्षेत्र जंगलछेरा में दुर्लभ ब्लैक बक (कृष्ण मृग) समेत सामान्य हिरण व नीलगाय बहुतायत में पाए जाते हैं। मैदानी इलाकों में कुलांचे भरते हिरणों को कुत्ते, अन्य जानवर के अलावा शिकारियों से बचाव के लिए बिहार का पहला ब्लैक बक रेस्क्यू सेंटर भी जंगलछेरा में बनाया गया है।