डेस्क:बलूचिस्तान प्रांत में कुछ दिन पहले हुए ट्रेन हाईजैक की सनसनीखेज घटना सामने आई थी। अब रविवार को विद्रोहियों ने सैन्य काफिले पर भीषण हमला कर दिया। विस्फोट से लदी कार से हमलावर ने सैन्य काफिले को टक्कर मार दी। इससे भयावह विस्फोट हो गया। इस भीषण आतंकी हमले में कम से कम सात की मौत की पुष्टि हुई है। उधर, विद्रोही गुट बीएलए ने हमले की जिम्मेदारी लेते हुए 90 सुरक्षाकर्मियों को मार गिराने का दावा किया है।
पाकिस्तानी चैनल ट्रिब्यून पीके डॉट कॉम के मुताबिक, नेशनल हाईवे N-40 पर हुए इस आत्मघाती हमले में कम से कम 7 लोगों की मौत हो गई और 35 अन्य घायल हो गए। पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, बस नुष्की से तफ्तान जा रही थी, जब इसे निशाना बनाया गया। घायलों को तुरंत नुष्की अस्पताल ले जाया गया, जहां तीन की हालत नाजुक बनी हुई है।
पाकिस्तानी अधिकारियों ने एएफपी को बताया, सुरक्षा बलों के काफिले में सात बसें और दो वाहन शामिल थे। रास्ते में एक बस को आईईडी से लदी गाड़ी ने टक्कर मारी, जिससे जबरदस्त विस्फोट हुआ। रिपोर्ट्स के अनुसार, यह आत्मघाती हमला था। वहीं, दूसरी बस को रॉकेट प्रोपेल्ड ग्रेनेड से निशाना बनाया गया।
नुष्की स्टेशन के SHO जफरुल्लाह सुलेमानी ने कहा कि प्रारंभिक जांच के मुताबिक, यह आत्मघाती हमला था। मौके से मिले सबूतों से संकेत मिलता है कि हमलावर ने जानबूझकर विस्फोटकों से भरी गाड़ी को सैन्य काफिले से टकरा दिया।
हमले के बाद पाकिस्तानी सेना की एविएशन हेलीकॉप्टर्स को घायलों को अस्पताल पहुंचाने के लिए तैनात किया गया। साथ ही, ड्रोन सर्विलांस के जरिए पूरे इलाके की निगरानी की जा रही है। अधिकारियों ने आशंका जताई है कि मृतकों की संख्या बढ़ सकती है।
हमले के कुछ घंटों बाद बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने एक बयान जारी कर इस हमले की जिम्मेदारी ली और दावा किया कि इस हमले में 90 पाकिस्तानी सैनिक मारे गए हैं। BLA के मुताबिक, उनके “माजिद ब्रिगेड” की फिदायीन यूनिट ने यह हमला किया। विद्रोही गुट ने कहा, “हमने आरसीडी हाईवे पर रख्शान मिल के पास पाकिस्तानी सैन्य काफिले पर एक VBIED (वाहन जनित विस्फोटक डिवाइस) फिदायीन हमला किया। काफिले में आठ बसें थीं, जिनमें से एक पूरी तरह नष्ट हो गई।”
गौरतलब है कि बलूचिस्तान में आतंकवादी घटनाओं में लगातार वृद्धि देखी गई है, जहां सुरक्षा बलों और आम नागरिकों को अक्सर निशाना बनाया जाता रहा है। यह हमला बोलान जिले में हुए एक बड़े आतंकी हमले के कुछ दिनों बाद हुआ है, जहां विद्रोही गुट ने जाफर एक्सप्रेस को निशाना बनाते हुए 440 यात्रियों को बंधक बना लिया था। इसके जवाब में सुरक्षा बलों ने एक जटिल ऑपरेशन चलाया, जिसमें 33 आतंकियों को मार गिराया गया और सभी बंधकों को सफलतापूर्वक छुड़ा लिया गया। इस हमले में 26 नागरिकों और सुरक्षा कर्मियों की भी जान चली गई थी।