स्पोर्ट्स डेस्क:मोहम्मद रिजवान की कप्तानी वाली पाकिस्तान टीम का आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में सफर 6 दिनों के अंदर खत्म हो गया। पाकिस्तान को पहले मैच में न्यूजीलैंड के खिलाफ 60 रनों से हार का मुंह देखना पड़ा और फिर भारत ने 6 विकेट से रौंदा। ग्रुप-ए से न्यूजीलैंड और भारत ने सेमीफाइनल में जगह बना ली है। पाकिस्तान टूर्नामेंट का मेजबान है। पाकिस्तान 29 सालों के बाद किसी आईसीसी टूर्नामेंट की मेजबानी कर रहा है। भारत के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने पाकिस्तान टीम की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने रिजवान ब्रिगेड की घनघोर बेइज्जती करते हुए यहां तक रब दिया कि मौजूदा खिलाड़ी तो भारत की ‘बी’ को भी नहीं हरा पाएंगे।
पाकिस्तान ने साल 2017 में चैंपियंस ट्रॉफी अपने नाम की थी। तब फाकिस्तान ने फाइनल में भारत को हराया था। उसके बाद से पाकिस्तान के क्रिकेट के स्तर में गिरावट आई है। पाकिसतान टीम पिछले दो वनडे वर्ल्ड कप में पांचवें स्थान पर रही। गावस्कर ने ‘स्पोर्ट्स टुडे’ पर कहा, ”मुझे लगता है कि भारत की ‘बी’ टीम भी निश्चित रूप से पाकिस्तान को कड़ी टक्कर दे सकती है। ‘सी’ टीम के बारे में मैं निश्चित नहीं हूं। लेकिन मौजूदा फॉर्म को देखते हुए पाकिस्तान के लिए भारत की ‘बी’ टीम को हराना बहुत मुश्किल होगा।” पाकिस्तानी को चैंपियंस ट्रॉफी में तीसरा और आखिरी लीग मैच 27 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ खेलना है, जो महज औपचारिकता भर रहेगा।
गावस्कर ने कहा, ”मुझे लगता है कि ‘बेंच स्ट्रेंथ में कमी आश्चर्यजनक है। पाकिस्तान में हमेशा से ही नैसर्गिक प्रतिभायें निकलती रही हैं। नैसर्गिक इस मायने में कि वे हमेशा तकनीकी रूप से सही नहीं हों, लेकिन उनके पास बल्ले और गेंद की सहज समझ थी।” उन्होंने कहा, ‘‘उदाहरण के लिए इंजमाम उल हक को देखें। अगर आप उनके ‘स्टांस’ को देखें तो आप किसीयुवा बल्लेबाज को ऐसा करने की सलाह नहीं देंगे। लेकिन उनका बल्लेबाजी का तरीका अच्छा था जिससे उन्होंने किसी भी तकनीकी कमी की भरपाई कर दी।”
गावस्कर ने यह भी कहा कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) और सफेद गेंद के घरेलू टूर्नामेंट के बावजूद पाकिस्तान ने बेहतरीन खिलाड़ी तैयार करने के लिए संघर्ष कर रहा है। पूर्व भारतीय कप्तान ने कहा, ”भारत ने सफेद गेंद के क्रिकेट में इतने सारे युवा सितारे कैसे तैयार किए हैं? यह आईपीएल की वजह से है। भारतीय खिलाड़ी रणजी ट्रॉफी और अंततः भारत के लिए खेलने गए हैं। पाकिस्तान क्रिकेट को इसका विश्लेषण करना चाहिए। उन्हें यह पता लगाने की जरूरत है कि उनके पास अब वह ‘बेंच स्ट्रेंथ’ क्यों नहीं है जो पहले थी।”