डेस्क:जम्मू-कश्मीर में आतंकी हमले के बाद उत्तराखंड सरकार भी हरकत में आ गई है। उत्तराखंड की विश्व प्रसिद्ध चारधाम यात्रा में पहली बार पैरामिलिट्री फोर्स की तैनाती हो सकती है। इसके लिए पुलिस मुख्यालय की ओर से शासन को प्रस्ताव भेजा गया था।
शासन के अनुमोदन के बाद केंद्रीय गृह मंत्रालय (एमएचए) को प्रस्ताव को भेज दिया गया है। बताया जा रहा है कि बीते दिनों पहलगाम में हुई आतंकी घटना के बाद अतिरिक्त सुरक्षा के मद्देनजर ऐसा किया जा रहा है।
गृह मंत्रालय के सूत्रों के अनुसार, केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेजे गए प्रस्ताव में पैरामिलिट्री की 10 कंपनी की डिमांड की गई है। इनमें से छह कंपनियां गढ़वाल परिक्षेत्र और चार कंपनियों को कुमाऊं परिक्षेत्र के धार्मिक स्थलों और पर्यटन क्षेत्रों में तैनात किया जाएगा।
उत्तराखंड शासन के इस प्रस्ताव में केंद्र सरकार शीघ्र निर्णय ले सकती है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी घटना के बाद से पूरे देश में अलर्ट किया गया है। उत्तराखंड की चारधाम यात्रा में देश ही नहीं बड़ी संख्या में विदेशों से भी लोग शिरकत करते हैं।
राज्य सरकार के स्तर से सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए जाते हैं, लेकिन इस बार अतिरिक्त सतर्कता बरती जा रही है। पहलगाम आतंकी हमले के बाद से ही उत्तराखंड पुलिस भी अलर्ट मोड पर है। संवेदनशील इलाकों में अतिरिक्त फोर्स तैनात किया गया है।
चारधाम यात्रा रूट को 15 सुपर जोन में बांटा
उत्तराखंड पुलिस मुख्यालय की ओर से चारधाम यात्रा रूट को पहली बार 15 सुपर जोन में बांटा गया है। इसके अलावा, 41 जोन और 137 सेक्टरों में भ्ज्ञी बांटा गया है। इसके साथ ही प्रत्येक सेक्टर में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
हर रूट का सेक्टर और जोनल वाइज प्लान तैयार किया गया है। इसके साथ ही तीन एसपी स्तर के अधिकारियों की तैनाती की गई है। चारधाम यात्रा कंट्रोल रूम प्रभारी एसपी ट्रैफिक लोकजीत सिंह ने प्रस्ताव भेजे जाने की पुष्टि की है।