बीजिंग: बीजिंग ने बुधवार को अमेरिका को चेतावनी दी कि वह “धमकियां देना और ब्लैकमेल करना बंद करे”, यह प्रतिक्रिया अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान के बाद आई जिसमें उन्होंने कहा था कि व्यापार युद्ध समाप्त करने के लिए अब बीजिंग को वार्ता की मेज पर आना होगा।
ट्रंप ने इस वर्ष चीन से आयात होने वाले कई उत्पादों पर 145 प्रतिशत तक का भारी शुल्क लगाया है, जबकि चीन ने जवाबी कार्रवाई में अमेरिकी वस्तुओं पर 125 प्रतिशत तक का टैक्स लगा दिया है।
चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता लिन जियान ने कहा, “अगर अमेरिका वास्तव में बातचीत और संवाद के माध्यम से इस मुद्दे को सुलझाना चाहता है, तो उसे अत्यधिक दबाव बनाना, धमकाना और ब्लैकमेल करना बंद करना चाहिए, और समानता, सम्मान और पारस्परिक लाभ के आधार पर चीन से बात करनी चाहिए।”
लिन ने कहा, “चीन की स्थिति स्पष्ट है – व्यापार युद्ध में कोई विजेता नहीं होता। चीन लड़ना नहीं चाहता, लेकिन लड़ने से डरता भी नहीं।”
ट्रंप के टैरिफ और अमेरिकी नीति
ट्रंप प्रशासन ने शुरुआत में चीन पर फेंटानिल आपूर्ति श्रृंखला में भूमिका को लेकर 20% शुल्क लगाया, फिर “अनुचित व्यापार व्यवहार” के आरोपों पर 125% अतिरिक्त शुल्क जोड़ा। इसके अलावा, कुछ तकनीकी उत्पादों जैसे स्मार्टफोन और लैपटॉप को अस्थायी रूप से इन शुल्कों से छूट दी गई है।
व्हाइट हाउस ने मंगलवार को कहा कि अब “गेंद चीन के पाले में है” और बीजिंग को पहला कदम उठाना होगा। ट्रंप के एक बयान में कहा गया, “चीन को हमारे साथ समझौता करना होगा, हमें उनके साथ कोई समझौता करने की जरूरत नहीं है।”
चीन की अर्थव्यवस्था और वैश्विक प्रभाव
चीन ने बुधवार को बताया कि उसकी अर्थव्यवस्था ने पहली तिमाही में अनुमान से बेहतर 5.4% की वृद्धि दर्ज की है। विश्लेषकों का मानना है कि अमेरिकी टैरिफ के प्रभाव दूसरी तिमाही में और स्पष्ट होंगे।
मूडीज एनालिटिक्स के हेरोन लिम ने कहा, “अप्रैल में हो रही टैरिफ की बढ़ोतरी से अमेरिकी कंपनियां दूसरे आपूर्तिकर्ताओं की तलाश करेंगी, जिससे चीन का निर्यात प्रभावित होगा और निवेश की रफ्तार धीमी पड़ेगी।”
जापान, कोरिया और वैश्विक प्रतिक्रिया
जापान के वार्ताकार रयोसेई अकाजावा ने अमेरिकी वित्त मंत्री स्कॉट बेसेंट से मुलाकात से पहले कहा कि वह दोनों देशों के लिए “विन-विन” समाधान की उम्मीद करते हैं। उन्होंने कहा, “हम अपने राष्ट्रीय हित की रक्षा करेंगे।”
इस बीच, होंडा ने घोषणा की कि वह अपने सिविक हाइब्रिड मॉडल का उत्पादन जापान से अमेरिका स्थानांतरित करेगी, हालांकि यह उसके वैश्विक उत्पादन का छोटा हिस्सा है।
दक्षिण कोरिया के वित्त मंत्री चोई सांग-मोक अगले सप्ताह बेसेंट से मुलाकात करेंगे। उन्होंने कहा, “वर्तमान प्राथमिकता यह है कि वार्ता के माध्यम से पारस्परिक शुल्कों को यथासंभव टालने और कोरियाई कंपनियों के लिए अनिश्चितता को कम करने की कोशिश की जाए।”
चिप बाजार और नए प्रतिबंध
ट्रंप प्रशासन ने हाल ही में चिप निर्माताओं के लिए नए लाइसेंसिंग नियम लागू किए हैं, जिससे Nvidia को चीन में अपने प्रमुख चिप की बिक्री में $5.5 बिलियन का घाटा होने की उम्मीद है।
साथ ही, ट्रंप ने मंगलवार को एक नई जांच का आदेश दिया है, जिससे महत्वपूर्ण खनिजों, रेयर-अर्थ मेटल्स और स्मार्टफोन जैसे उत्पादों पर भी टैरिफ लग सकता है।