वॉशिंगटन: अमेरिका और चीन के बीच व्यापारिक तनाव एक बार फिर गहराता दिख रहा है। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा चीन के सामानों पर 50 प्रतिशत अतिरिक्त टैरिफ (शुल्क) लगाने की धमकी के बाद चीन ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। ट्रंप ने यह चेतावनी तब दी जब चीन ने अमेरिका के मौजूदा टैरिफ का जवाब देने के लिए जवाबी उपायों की योजना बनाई।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए वॉशिंगटन स्थित चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंगयू ने कहा कि दबाव या धमकी के जरिए बातचीत करना सही तरीका नहीं है और चीन ऐसे किसी भी दबाव के आगे झुकने वाला नहीं है।
लियू पेंगयू ने एएफपी को दिए बयान में कहा, “हमने कई बार यह स्पष्ट किया है कि चीन पर दबाव डालना या उसे धमकाना, हमारे साथ बातचीत करने का सही तरीका नहीं है। चीन अपने वैध अधिकारों और हितों की दृढ़ता से रक्षा करेगा।”
यह बयान ऐसे समय आया है जब दोनों देशों के बीच व्यापारिक रिश्तों में फिर से तनाव देखा जा रहा है। ट्रंप का यह नया टैरिफ प्रस्ताव चीन द्वारा अमेरिकी टैरिफ का जवाब देने की योजना के विरोध में है। ट्रंप लंबे समय से चीन की व्यापार नीतियों की आलोचना करते रहे हैं और अब उन्होंने चेतावनी दी है कि यदि बीजिंग पीछे नहीं हटा, तो अमेरिका चीन के और अधिक उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाएगा।
हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं किया गया है कि ये अतिरिक्त शुल्क कब लागू होंगे और किन वस्तुओं को प्रभावित करेंगे, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह व्यापार युद्ध वैश्विक बाजार और आपूर्ति शृंखलाओं पर और असर डाल सकता है।
चीन पहले भी इस बात पर ज़ोर देता रहा है कि सभी व्यापारिक विवादों का समाधान बातचीत, आपसी सम्मान और समानता के आधार पर होना चाहिए।
फिलहाल, दोनों देशों की ओर से तनाव को कम करने के कोई ठोस संकेत नहीं मिले हैं, जिससे वैश्विक व्यापार स्थिरता को लेकर चिंता बढ़ती जा रही है।