इस्लामाबाद:पाकिस्तान में बीते कुछ सालों से चीनी कर्मचारियों एवं नागरिकों को टारगेट करके कई आतंकवादी हमले हुए हैं। हाल ही में फिर से बलूचिस्तान और सिंध में चीनी नागरिकों को टारगेट करके हमले हुए हैं। यहां तक कि चीन भी अब इससे आजिज आ चुका है और उसने पाकिस्तान से मांग की है कि हम कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए अपनी फोर्स भी भेज सकते हैं। वहीं पाकिस्तान इस पर राजी नहीं है और वह इसे चीन के साथ भरोसे की कमी के तौर पर देख रहा है। इस बीच चीन की सेना के प्रमुख जनरल झांग योशिया बुधवार को इस्लामाबाद पहुंच गए। उनके साथ एक बड़ा प्रतिनिधिमंडल भी है।
जनरल झांग की पाकिस्तान के सेना प्रमुख जनरल आसिम मुनीर से बातचीत हुई। पाकिस्तानी सेना की प्रचार यूनिट ISPR की ओर से जारी बयान में बताया गया है कि इस वार्ता में क्षेत्रीय सुरक्षा, स्थिरता और आपसी रक्षा सहयोग बढ़ाने को लेकर बात हुई। पाकिस्तानी सूत्रों का कहना है कि जनरल झांग ने आतंकवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों को लेकर बात की। खासतौर पर चीनी नागरिकों पर पाकिस्तान में हमलों को लेकर उन्होंने चिंता जताई और पूछा कि कैसे इन पर लगाम कसी जा सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स में दावा किया गया है कि चीन अपने नागरिकों की सुरक्षा को अपने हाथ में लेने की मांग कर रहा है।
वहीं पाकिस्तान का कहना है कि सुरक्षा पर चर्चा के साथ ही संप्रभुता पर भी बात की गई। पाकिस्तानी विदेश मंत्रालय का कहना है कि इस बातचीत में अफगानिस्तान और क्षेत्र में भारत की भूमिका को लेकर भी बात हुई। खासतौर पर अफगानिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठनों को लेकर भी बातचीत की गई। बता दें कि पाकिस्तान और चीन की सेना का इन दिनों सैन्य अभ्यास भी चल रहा है। यह मिलिट्री ड्रिल पाकिस्तान में ही हो रही है, जो दिसंबर मध्य तक चलेगी। मीटिंग के दौरान पाकिस्तानी सेना प्रमुख ने चीन को हर हाल में सहयोग करने के लिए धन्यवाद दिया।