डेस्क:बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव के चक्रवात दाना के तब्दील होने के मद्देनजर दहशत बनी हुई है। चक्रवात दाना को लेकर एहतियाती तौर पर पश्चिम बंगाल और ओडिशा में कई जिलों में स्कूल और कॉलेज बंद कर दिए गए हैं। इसले अलावा 197 ट्रेनों को भी रद्द कर दिया गया है। पश्चिम बंगाल की राजधानी में स्थिति कोलकाता एयरपोर्ट पर भी सुरक्षा को लेकर तैयारियां शुरू हो चुकी हैं। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की कार्यालय की तरफ से जारी बयान एक बताया गया है कि समुद्री तटों पर सावधानी बढ़ाई जाएगी और मछुआरों को समुद्र में जाने से मना किया गया है।
चक्रवात से निपटने की तैयारी
ओडिशा और बंगाल दोनों सरकारों ने तटीय इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने का काम शुरू कर दिया है। इंडियन कोस्ट गार्ड को भी हाई अलर्ट पर रखा गया है। मौसम विभाग के अनुसार, यह चक्रवात 23 से 25 अक्टूबर के बीच 100-120 किमी/घंटा की रफ्तार से तटीय इलाकों को प्रभावित करेगा। मछुआरों को 23 से 25 अक्टूबर तक समुद्र में न जाने की सख्त हिदायत दी गई है।
न्यूज 18 की रिपोर्ट के मुताबिक, ओडिशा के राजस्व और आपदा प्रबंधन मंत्री सुरेश पुजारी ने बताया कि राज्य में 800 साइक्लोन शेल्टर तैयार हैं, जहां लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाएगा। इसके अलावा, स्कूलों और कॉलेजों में भी 500 अस्थायी शेल्टर तैयार किए गए हैं। मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने सुनिश्चित किया है कि संवेदनशील इलाकों से 100 प्रतिशत लोगों को सुरक्षित निकाला जाएगा।
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल के सात जिलों में 23 से 26 अक्टूबर तक स्कूल बंद रहेंगे। निचले क्षेत्रों में रह रहे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही राज्य सरकार द्वारा चक्रवात से निपटने के लिए आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं।
कोस्ट गार्ड और एनडीआरएफ की तैनाती
भारतीय तटरक्षक बल ने अपने जहाज और हेलीकॉप्टरों को तटीय क्षेत्रों में तैनात कर दिया है जो लगातार मछुआरों और नाविकों को चक्रवात के बारे में चेतावनी दे रहे हैं। ओडिशा और बंगाल में नेशनल डिजास्टर रेस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की कई टीमें तैनात की गई हैं, ताकि किसी भी आपातकालीन स्थिति का तुरंत सामना किया जा सके। ओडिशा सरकार ने 10 अतिरिक्त एनडीआरएफ टीमों की मांग की है, जबकि 17 ओडिशा डिजास्टर रैपिड एक्शन फोर्स टीमें भी संवेदनशील जिलों में तैनात की गई हैं।