उदयपुर:राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के वार के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने पलटवार किया है। कटारिया ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत दबाव में है। इसलिए खीजे हुए है। सरकार बचाने के लिए राजस्थान को दांव पर लगा रहे हैं। उदयपुर में मीडिया से बात करते हुए कटारिया ने कहा कि सीएम पर उनकी पार्टी का प्रेशर है। कांग्रेस का हर एमएलए उनका काकाजी बना हुआ है। मन तो उनका भी दुःखी होता है। लेकिन सरकार टिकाए रखनी है। इसलिए सीएम कुछ बोलते नहीं है। सरकार टिकाए रखने के लिए प्रदेश को दांव पर लगा रखा है। चिंतन शिविर के आयोजन पर पलटवार किया है। मेवाड़ की हवा का कुछ असर हो तो देश भक्ति जगेगी।
दरअसल, कटारिया ने हाल मे कहा था कि देवी सीता का अपहरण कर रावण ने कोई बड़ा गुनाह नहीं किया था। वहीं अब कटारिया को सीएम अशोक गहलोत ने मैन्टली डिस्टर्ब बता दिया था। साथ ही गहलोत ने तंज कसते हुए कहा कि अगर अपनी पार्टी में उनको सम्मान नहीं मिलता। जब मीडिया के सामने आते हैं तो ऐसे ऐसे शब्द काम में लेते हैं, चाहे मेरे बारे में हो, चाहे किसी और नेता के बारे में हो। कोई सोच नहीं सकता कि ऐसे भी शब्द काम में लिए जाते हैं क्या?
सीएम गहलोत ने कहा कि गुलाब चंद कटारिया का मैं व्यक्तिगत सम्मान करता हूं कि वे बुजुर्ग है।आरएसएस केडर के आदमी है। उनको मैंने कई बार समझाने का प्रयास भी किया आप एक लिमिट के आगे मत बढ़ो, मगर यह लोग कभी चुप रह ही नहीं सकते। महाराणा प्रताप के लिए क्या? क्या? बात बोल दी, जो राजस्थान के लोग भूल सकते हैं इनको। इतना गुस्सा है लोगों में, कोई कल्पना नहीं कर सकता. विशेष कर राजपूत कम्यूनिटी के अन्दर छत्तीस कौम के अन्दर। वहीं बात, रावण सीता की बात हो गई. क्या! हिंदू लोग इन्हें बर्दाश्त करेंगे क्या, हिंदुत्व की बात करते हैं राष्ट्रवाद की बात करते हैं. इनका राष्ट्रवाद चुनाव जीतने के लिए है. इनका हिंदुत्व चुनाव जीतने के लिए है। हमारा हिंदुत्व धार्मिक भावना के आधार पर है हम सबको गर्व है कि हम हिंदू है, गांधी जी ने यह कहा था कि मुझे गर्व है कि मैं हिंदू हूं लेकिन सभी धर्मों का सम्मान करता हूं।