भुवनेश्वर। लोकसभा चुनाव को लेकर बिगुल बजने ही वाला है लेकिन अभी तो ओडिशा और आंध्र प्रदेश में तस्वीर साफ नहीं हुई है। बीजू जनता दल (BJD) और तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के साथ भाजपा की सीट शेयरिंग की बातचीत अटकी हुई है। हालांकि, महाराष्ट्र और बिहार जैसे मुश्किल राज्यों में तस्वीर लगभाग साफ हो चुकी है। लोकसभा और विधानसभा चुनावों के लिए नवीन पटनायक की पार्टी बीजेडी के साथ भाजपा की बातचीत आगे बढ़ती दिखाई दे रही थी, लेकिन यह फिलहाल दो सीटों के कारण रुकती दिख रही है।
सूत्रों से मिल रही जानकारी के मुताबिक, बीजेडी और बीजेपी के बीच पुरी और भुवनेश्वर सीट को लेकर सहमति नहीं बनती दिख रही है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल ने तो यहां तक कह दिया है कि दोनों दलों के बीच गठबंधन को लेकर कभी बातचीत हुई ही नहीं। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी राज्य में सरकार बनाना चाहती है।
वहीं, बीजद अध्यक्ष और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के करीबी सहयोगी वी के पांडियन और प्रणब प्रकाश दास भाजपा नेतृत्व के साथ बातचीत करने के लिए गुरुवार शाम एक चार्टर्ड विमान से भुवनेश्वर से नई दिल्ली गए थे। दोनों ही भुवनेश्वर लौट आए हैं।
वहीं, टीडीपी और उसकी सहयोगी जन सेना पार्टी के साथ भी बातचीत अटकी हुई दिखाई दे रही है। रविवार को भी इसकी औपचारिक घोषणा की उम्मीद नहीं है। हालांकि, तेलुगु देशम पार्टी के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद के रवींद्र कुमार ने शुक्रवार को पुष्टि की कि भाजपा, जन सेना और उनकी पार्टी ने सैद्धांतिक रूप से आगामी चुनावों के लिए एक साथ काम करने का फैसला किया है और तौर-तरीकों पर काम किया जा रहा है।
भाजपा ओडिशा में अकेले लड़ेगी: मनमोहन सामल
दिल्ली में बीजू जनता दल के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन और सीट साझा करने की बातचीत बेनतीजा रहने के बाद भारतीय जनता पार्टी राज्य की सभी 147 विधानसभा और 21 लोकसभा सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार सकती है। भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मनमोहन सामल जो पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेताओं के साथ शुक्रवार शाम दिल्ली से भुवनेश्वर लौटे। उन्होंने एयरपोर्ट पर संवाददाताओं से चर्चा में कहा कि दिल्ली में गठबंधन पर कोई बातचीत नहीं हुई। हम (भाजपा) राज्य में अकेले चुनाव लड़ेंगे।
आपको बता दें, पिछले कुछ दिनों में बीजद सुप्रीमो नवीन पटनायक द्वारा नवीन निवास में पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बुलाई गई बैठक और भाजपा नेताओं के नई दिल्ली दौरे से राजनीतिक अटकलें तेज हो गई थीं कि भाजपा-बीजद दोनों राज्य में आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनाव में गठबंधन करेंगी। हालांकि, सामल ने स्पष्ट किया पार्टी अब गठबंधन में नहीं, बल्कि अकेले चुनाव लड़ेगी और जनता के बीच जाएगी।