डेस्क:डेटिंग ऐप पर दोस्त बनी महिला के झांसे में आकर एक कंपनी के डायरेक्टर ने 6.5 करोड़ रुपये गंवा दिए। नोएडा में रहने वाले डायरेक्टर साहब को निवेश पर मुनाफे के जाल में इस तरह फंसाया गया कि उन्होंने दो करोड़ रुपये का लोन भी ले लिया। ठगी के बाद पीड़ित ने महिला का प्रोफाइल चेक किया तो वह फर्जी निकला। पीड़ित ने साइबर क्राइम थाने में केस दर्ज कराया है।
सेक्टर-76 निवासी दलजीत सिंह ने पुलिस बताया कि वह दिल्ली स्थित कंपनी के निदेशक हैं। बीते साल दिसंबर में उनकी मुलाकात डेटिंग ऐप पर अनीता से हुई। अनीता ने दलजीत का विश्वास जीतने के बाद ट्रेडिंग कर मोटा मुनाफा कमाने के बारे में जानकारी दी। उसके कहने पर उन्होंने टेलीग्राम पर कई ग्रुप को ज्वाइन कर लिया।
अनीता ने उन्हें तीन वेबसाइट की जानकारी दी। उन्होंने पहली वेबसाइट पर तीन लाख बीस हजार रुपये निवेश किए। कुछ ही घंटे में उन्हें 24 हजार रुपये का मुनाफा मिला। उन्होंने इसमें से जब आठ हजार रुपये निकाले तो रकम आसानी से उनके खाते में ट्रांसफर हो गई। इसके बाद निदेशक को यकीन हो गया कि अनीता सही सलाह दे रही है।
अनीता के कहने पर उन्होंने करीब साढ़े चार करोड़ रुपये मुनाफे के चक्कर में ट्रांसफर कर दिए। महिला ने इसके बाद उन्हें दो करोड़ रुपये लोन लेकर निवेश करने के लिए कहा। दलजीत ने ऐसा ही किया और करीब 25 खातों में 30 बार में साढ़े छह करोड़ रुपये से अधिक की रकम ट्रांसफर कर दी।
महिला ने जिस ऐप और बेवसाइट के बारे में पीड़ित को जानकारी दी थी, उस पर उसे दो करोड़ रुपये का मुनाफा दिखा रहा था। दलजीत ने जब रकम निकालने का प्रयास किया तो उन्हें कर के तौर पर कुल रकम का 30 प्रतिशत हिस्सा और ट्रांसफर करने के लिए कहा गया। ऐसा करने से मना करने पर उनसे संपर्क तोड़ दिया गया।
कंपनी निदेशक का कहना है कि एक बार उसने महिला से कहा कि उसकी रकम अलग-अलग खातों में क्यों ट्रांसफर कराई जा रही है तो महिला ने जवाब दिया कि इससे टैक्स बचेगा। पीड़ित ने ठगी का अहसास होने के बाद जब महिला के बारे में सोशल मीडिया पर जानकारी एकत्र की तो उसके कई प्रोफाइल मिले। महिला ने कई अन्य लोगों को भी ठगा है।
पुलिस का कहना है कि पीड़ित कंपनी के निदेशक का तलाक हो चुका है और उम्र 45 साल के आसपास है। वह डेटिंग ऐप पर सक्रिय थे। आशंका है कि ठगों ने किराये के खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर कराई होगी। जिन बैंक खातों में ठगी की रकम ट्रांसफर हुई, उनके प्रबंधन को पुलिस ने पत्र लिख जानकारी मांगी है।