संयुक्त राष्ट्र:संयुक्त राष्ट्र, बुधवार: संयुक्त राष्ट्र में एक तीखे भाषण के दौरान चीन ने अमेरिका की व्यापार नीतियों को “धमकाने वाली” और “ब्लैकमेल” करार देते हुए जमकर आलोचना की। वहीं अमेरिका ने भी पलटवार करते हुए चीन की नीतियों पर गंभीर सवाल उठाए।
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की एक अनौपचारिक बैठक में “अंतरराष्ट्रीय संबंधों में डराने-धमकाने की रणनीति” पर चर्चा के दौरान चीन के स्थायी प्रतिनिधि फू कोंग ने कहा,
“एकतरफावाद बढ़ रहा है और धमकाने की प्रवृत्तियाँ बेलगाम हो गई हैं… यह अंतरराष्ट्रीय कानून पर आधारित व्यवस्था को खुली चुनौती है, जो विश्व शांति और स्थिरता के लिए खतरा है।”
उन्होंने अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार पर सीधा हमला करते हुए कहा कि वह अपने व्यापारिक भागीदारों पर “झटकेदार टैरिफ” (उच्च शुल्क) लगाकर वैश्विक आर्थिक व्यवस्था को बुरी तरह से बाधित कर रही है।
फू कोंग ने आगे कहा,
“‘पारस्परिकता’ और ‘न्याय’ की आड़ में अमेरिका शून्य-राशि खेल (zero-sum game) खेल रहा है, जिसका असली मकसद मौजूदा अंतरराष्ट्रीय आर्थिक और व्यापार व्यवस्था को पलट कर अपने वर्चस्ववादी हितों को आगे बढ़ाना है।”
उन्होंने चेताया कि अगर एकतरफावाद की बेलगाम प्रवृत्ति को रोका नहीं गया, तो यह “इतिहास को उल्टा घुमाने” जैसा होगा।
“अधिकतम दबाव, धमकी या ब्लैकमेल — चीन से संवाद का यह तरीका नहीं हो सकता,” फू ने कहा।
इस तीखे भाषण पर अमेरिका ने तुरंत प्रतिक्रिया दी। संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी मिशन की उप राजनीतिक सलाहकार टिंग वू ने इसे “प्रदर्शनकारी नाटक” बताया और कहा कि फू का बयान “विश्वासहीन और खोखला” है।
टिंग वू ने कहा,
“दुनिया को चीन के बयानों के बजाय उसके कार्यों पर ध्यान देना चाहिए। वर्षों से चीन एकतरफा और अनुचित व्यापार प्रथाओं का इस्तेमाल कर रहा है, जिससे वैश्विक अर्थव्यवस्था और श्रमिकों को नुकसान हो रहा है।”
इस तरह, संयुक्त राष्ट्र के मंच पर अमेरिका और चीन के बीच तीखी जुबानी जंग एक बार फिर सामने आई है, जो वैश्विक व्यापार और कूटनीति में जारी तनाव को दर्शाती है।