नई दिल्ली: मंगलवार सुबह बुलडोजर ऐक्शन पर भारी बवाल हुआ। दिल्ली के भलस्वा डेयरी कॉलोनी में सुबह दिल्ली पुलिस और नगर निगम की टीम डेयरी प्लॉटों पर अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई करने पहुंची थी। इसके विरोध में हजारों लोग सड़क पर उतर आए। बुलडोजर को घेरकर हंगामा शुरू कर दिया। भारी सुरक्षा के बावजूद भीड़ के आक्रोश को देखते हुए टीम को ऐक्शन रोकना पड़ा।
विरोध कर रहे लोगों लोगों का कहना है कि भलस्वा डेयरी कॉलोनी 50 वर्षों से यहां पर मौजूद है। यहां पर 1990 के दशक में लैंडफिल साइट का निर्माण किया गया। इसकी वजह से यहां की स्थिति बहुत खराब हो गई। यहां पर लोग व्यवस्थित तरीके से डेयरी का उत्पाद करते हैं। प्रशासन की कार्रवाई जायज नहीं है।
अवैध कब्जे पर कार्रवाई करने के सुरक्षा के व्यापक इंतजाम किए गए थे। लेकिन भीड़ के सामने इंतजाम नाकाफी साबित हुए। लोगों ने पुलिस के बैरिकेड हटा दिए। पुलिस और निगम कर्मचारी लोगों के साथ लगातार बातचीत भी कर रहे हैं। लोग बुलडोजर के सामने खड़े हो गए।
दिल्ली नगर निगम ने भलस्वा डेयरी कॉलोनी में किए गए अवैध निर्माण के खिलाफ कार्रवाई का उल्लंघनकर्ताओं को बीते सप्ताह नोटिस जारी किया। अधिकारियों के अनुसार जुलाई में दिल्ली उच्च न्यायालय ने अवैध तरीके से डेयरी प्लॉटों को बिना किसी कानूनी स्वीकृति के व्यावसायिक व रिहायशी तौर पर उपयोग करने के खिलाफ उन्हें हटाने का आदेश निगम और दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) को दिया था।
अब इसी के मद्देनजर नगर निगम ने उल्लंघनकर्ताओं को नोटिस जारी कर अवैध निर्माण को हटाने के लिए नोटिस जारी किया है। इसे न हटाने पर नगर निगम प्रशासन इन अवैध निर्माण को हटाने की कार्रवाई सुनिश्चित करेगा। साथ ही शाहबाद डेयरी कॉलोनी में भी अवैध निर्माण के खिलाफ निगम प्रशासन ने कार्रवाई का नोटिस दिया है।