नई दिल्ली:दिल्ली में लगातार स्कूलों को मिल रही बम धमाकों की धमकियों के पीछे एक एनजीओ और राजनीतिक दल का लिंक सामने आया है। लंबी जांच पड़ताल के बाद पुलिस को यह सुराग मिला है। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने अभी उस एनजीओ और राजनीतिक दल का नाम नहीं बताया है। हालांकि, भाजपा ने आरोप लगाया है कि वह दल आम आदमी पार्टी है। भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी और दिल्ली अध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा ने आरोप लगाया कि उस एनजीओ से आम आदमी पार्टी का रिश्ता है। उन्होंने ‘आप’ से इस पर सफाई मांगी है।
स्पेशल सीपी लॉ एंड ऑर्डर मधुप तिवारी ने अब तक की पड़ताल की जानकारी देते हुए एएनआई से कहा, ‘स्कूलों को लगातार बम की धमकी वाले ईमेल भेजे जा रहे थे, इसकी शुरुआत 14 फरवरी को हुई थी। हमने गहनता से पड़ताल शुरू की। चूंकि वीपीएन आदि का इस्तेमाल किया जा रहा था, ईमेल के सोर्स का पता लगाना आसान नहीं था। लेकिन 8 जनवरी को हमें एक अहम जानकारी मिली जिसके बाद एक नाबालिग का पता लगाया। हमने पाया कि उसी ने ईमेल भेजे थे।
अधिकारी ने बताया कि नाबालिग लड़की से पूछताछ और जांच के बाद उनकी जांच एक एनजीओ और राजनीतिक दल तक पहुंच गई है। स्पेशल सीपी ने कहा कि उन्हें राष्ट्रविरोधी ताकतों के शामिल होने की आशंका थी। जांच के दौरान जब आरोपी के परिवार के लोगों की पृष्ठभूमि की पड़ताल की तो पता चला कि उसके एक अभिभावक जिस संस्था से जुड़े हैं, उसके एक एनजीओ के डीप कनेक्शन हैं। इस एनजीओ की शुरुआती जांच में पता चला कि इसका एक राजनीतिक दल से गहरा रिश्ता है। बहुत से मुद्दों पर यह एनजीओ उस दल का समर्थन करता रहा है। अधिकारी ने बताया कि एनजीओ अफजल गुरु की फांसी पर भी सवाल उठाता रहा है।
अधिकारी ने बताया कि कम से कम 7 मौकों पर इसी नाबालिग ने ईमेल भेजे थे। एक बार जब एक साथ 250 स्कूलों को धमकी दी गई थी, वह ईमेल भी इसी ने भेजा था। उसे खुद भी याद नहीं कि कितनी बार धमकी वाला ईमेल भेज चुका है। एनजीओ और राजनीतिक दल की भूमिका को लेकर अधिकारी ने बताया कि अभी जांच प्रारंभिक स्तर पर है, आगे भी पड़ताल की जा रही है। उन्होंने अभी एनजीओ और दल का नाम लेने से इनकार किया है।