डेस्क:अमेरिका का राष्ट्रपति बनने के बाद डोनाल्ड ट्रंप एक के बाद एक कड़े फैसले ले रहे हैं। अब उनके एक फैसले से बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार को करारा झटका लगा है। राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद ट्रंप ने विदेशी फंडिंग पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दी थी, जिसके बाद बांग्लादेश में USAID ने लेटर जारी करते हुए सभी कामों को तुरंत रोकने का ऑर्डर दिया है। अमेरिका ने बांग्लादेश में अनुबंधों, कार्य आदेशों, अनुदानों, सहकारी समझौतों, या अन्य सहायता या खरीद उपकरणों के तहत किसी भी काम को तुरंत बंद किया है। यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (USAID), बांग्लादेश ने एक लेटर में कहा है कि पार्टनर तब तक काम फिर से शुरू नहीं करेंगे, जब तक उन्हें अनुबंध/समझौता अधिकारी से लिखित नोटिफिकेशन नहीं मिल जाता है।
लेटर में आगे कहा गया, ”साझेदार लागत को कम करने के लिए उचित कदम उठाएंगे।” डोनाल्ड ट्रंप का हवाला देते हुए कहा गया, “यह पत्र सभी यूएसएआईडी/बांग्लादेश कार्यान्वयन भागीदारों को आपके यूएसएआईडी/बांग्लादेश अनुबंध, कार्य आदेश, अनुदान, सहकारी समझौते, या अन्य सहायता या अधिग्रहण साधन के तहत किसी भी काम को तुरंत बंद करने या निलंबित करने का निर्देश दे रहा है।” डोनाल्ड ट्रंप के इस फैसले से पहले से ही आर्थिक संकट से जूझ रहे बांग्लादेश की परेशानियां और बढ़ सकती हैं।
मोहम्मद यूनुस और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच बहुत ही अच्छे संबंध थे, लेकिन माना जाता है कि ट्रंप और यूनुस के रिश्ते उतने अच्छे नहीं हैं। ऐसे में ट्रंप के कार्यकाल में यूनुस के सामने कई चुनौतियां भी आ सकती हैं। जब मोहम्मद यूनुस ने कुछ समय पहले अमेरिका की यात्रा की थी, तब उन्होंने ट्रंप समेत किसी भी रिपब्लिकन पार्टी के नेता से मुलाकात नहीं की थी। इस दौरान, यूनुस और बाइडन के बीच अच्छी जुगलबंदी देखने को मिली थी। वहीं, 2016 में भी जब ट्रंप पहली बार राष्ट्रपति बने थे तब उन्होंने यूनुस पर तंज कसते हुए कहा था कि ढाका का माइक्रो फाइनेंस वाला आदमी कहां है? मैंने सुना है कि उसने मुझे हारते हुए देखने के लिए दान दिया है। ट्रंप ने इस तरह यूनुस को लेकर इशारा किया था।
राष्ट्रपति बनते ही ट्रंप ने रोक दी विदेशी फंडिंग
राष्ट्रपति पद पदभार ग्रहण करने के कुछ ही घंटों बाद ही ट्रंप ने अपनी विदेश नीति की दक्षता और स्थिरता की समीक्षा होने तक विदेशी विकास सहायता में 90 दिनों की रोक लगाने का आदेश दिया था। विदेश विभाग ने कहा कि तुरंत प्रभावी, वरिष्ठ अधिकारी यह सुनिश्चित करेंगे कि कानून द्वारा अनुमत अधिकतम सीमा तक, विदेशी सहायता के लिए कोई नया दायित्व नहीं बनाया जाएगा, जब तक कि रुबियो समीक्षा के बाद कोई निर्णय नहीं ले लेते। आदेश में कहा गया है कि मौजूदा विदेशी सहायता पुरस्कारों के लिए रुबियो द्वारा समीक्षा किए जाने तक तुरंत काम रोकने के आदेश जारी किए जाएंगे। वहीं, इस पर सवाल भी खड़े हुए थे। यूएसएआईडी के पूर्व अधिकारी जेरेमी कोनंडिक, जो अब रिफ्यूजी इंटरनेशनल के अध्यक्ष हैं, ने कहा है कि यह पागलपन है। यह लोगों को मार डालेगा। मेरा मतलब है, अगर लिखे अनुसार इसे लागू किया जाए… तो बहुत सारे लोग मर जाएंगे।