डेस्क:पिछले साल की तरह इस बार भी आईपीओ मार्केट गुलजार रहने वाला है। ये हम इसलिए कह रहे हैं क्योंकि कई सारी कंपनियां आईपीओ के लिए रेस में हैं। इनमें से एक कंपनी डोर्फ-केटल केमिकल्स इंडिया है। कंपनी ने 5000 करोड़ रुपये जुटाने के लिए सेबी के पास प्रारंभिक कागजात दाखिल किए हैं।
आईपीओ की डिटेल
डोर्फ-केटल केमिकल्स इंडिया के आईपीओ में 1500 करोड़ रुपये के नए इक्विटी शेयर हैं। वहीं, प्रमोटर मेनन फैमिली होल्डिंग्स ट्रस्ट द्वारा 3,500 करोड़ रुपये के शेयरों की बिक्री की पेशकश शामिल है। यह कंपनी प्री-आईपीओ दौर में 300 करोड़ रुपये का फंड जुटाने पर विचार कर सकती है। ऐसे में आईपीओ का साइज छोटा हो सकता है। इस कंपनी का इरादा फ्रेश इश्यू की कमाई में से 1162 करोड़ रुपये का उपयोग मुख्य रूप से स्वयं और सहायक डोर्फ केटल केमिकल्स एफजेडई द्वारा लिए गए लोन को चुकाने के लिए करना है। शेष रकम का उपयोग सामान्य कॉर्पोरेट उद्देश्यों के लिए किया जाएगा। साल 1992 में स्थापित डोर्फ-केटल केमिकल्स चार देशों में मौजूद है। इसके भारत में आठ मैन्युफैक्चरिंग फैसलिटीज समेत कुल 16 प्लांट हैं।
रिलायंस भी है क्लाइंट
इसके ग्राहकों में मुकेश अंबानी की कंपनी- रिलायंस इंडस्ट्रीज शामिल है। इसके अलावा, पेट्रोनास, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन, पीपीजी इंडस्ट्रीज, क्लैरिएंट, लिबर्टी एनर्जी, इटालियाना पेट्रोली और वेदांता सहित हाइड्रोकार्बन और औद्योगिक क्षेत्रों में कुछ प्रमुख कंपनियों को स्पेशलियटी केमिकल उत्पादों की आपूर्ति करता है। सितंबर 2024 के अंत तक इसके 1,322 ग्राहक थे। वित्तीय वर्ष 2024 में कंपनी का मुनाफा 33.4 प्रतिशत तेजी से बढ़कर 602 करोड़ रुपये हो गया और राजस्व पिछले वित्त वर्ष 2023 की तुलना में 41.7 प्रतिशत बढ़कर 5,479.5 करोड़ रुपये हो गया।
कंपनी के 6 मर्चेंट बैंकर
इस कंपनी ने अपने आईपीओ के लिए छह मर्चेंट बैंकरों – जेएम फाइनेंशियल, सिटीग्रुप ग्लोबल मार्केट्स इंडिया, एचएसबीसी सिक्योरिटीज एंड कैपिटल मार्केट्स (इंडिया), जेपी मॉर्गन इंडिया, मॉर्गन स्टेनली इंडिया कंपनी और मोतीलाल ओसवाल इन्वेस्टमेंट एडवाइजर्स को नियुक्त किया है।